BJP ने पूर्व IAS को दिया पार्षद का टिकट: 2 साल पहले सिविल सेवा से इस्तीफा देकर भाजपा में प्रवेश करने वाले ‘बग्गा’ को पार्टी ने यहां से बनाया उम्मीदवार …

राजनांदगांव। पूर्व आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को राजनीति खूब भाने लगी है। इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि कई अधिकारियों ने बीच में ही नौकरी से इस्तीफा देकर राजनीति में आने का फैसला किया। कई ने सेवानिवृत्ति के बाद राजनीति में आने का मन बनाया। आज हम आपको राजनांदगांव के रहने वाले पूर्व IAS अधिकारी शैंकी बग्गा के बारे में बताने जा रहे है, जो इस बार बीजेपी के टिकट पर राजनांदगांव नगर निगम के वार्ड 24 शीतला माता वार्ड (जमातपारा) से पार्षद चुनाव लड़ने जा रहे है।

बता दें कि मूल रूप से राजनांदगांव के रहने वाले शैंकी बग्गा 2013 बैच के IAS अफसर रहे हैं। उन्होंने इससे पहले IIT बॉम्बे से एमटेक किया है। सिविल सेवा में चयनित होने के बाद शैंकी बग्गा ने ऑर्डिनेंस फैक्ट्री नागपुर के भंडारा और ओडिशा में काम किया है।

रेलवे स्टेशन पर दिया इस्तीफा, फिर ज्वाइन की बीजेपी

शैंकी बग्गा की बीजेपी में शामिल होने की कहानी काफी दिलचस्प है। दरअसल, शैंकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना आदर्श मानते है और उन्हीं की तरह देश सेवा के लिए अपना जीवन व्यतीत करना चाहते हैं। साल 2022 के 11 दिसंबर के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागपुर में वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। यह ट्रेन राजनांदगांव जब पहुंची तो उसका ग्रांड वेलकम किया गया। इसमें बड़ी संख्या में भाजपा नेता पहुंचे हुए थे। यहीं पर IAS अफसर शैंकी बग्गा भी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अपना इस्तीफा भेजा और वीआरएस के लिए आवेदन किया। इसके बाद उन्होंने तत्कालीन बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सहित अन्य भाजपा नेताओं की मौजूदगी में पार्टी ज्वाइन करने की घोषणा कर दी। फिर भाजपा नेताओं ने माला पहनाकर उनका स्वागत किया। तब शैंकी बग्गा ने सिविल सर्विसेज की नौकरी छोड़ भाजपा ज्वाइन करने और नेता बनने का कारण भी बताया था।

राजनांदगांव के वार्ड 24 से पार्षद चुनाव लड़ेंगे शैंकी बग्गा

PM नरेंद्र मोदी से प्रेरित होकर दिया इस्तीफा

भाजपा ज्वाइन करने के बाद शैंकी बग्गा ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जो नेतृत्व है, वह बहुत ही अच्छा है। उससे प्रेरित होकर इस्तीफा दिया। सोचा कि देश सेवा के लिए अपना जीवन व्यतीत करूं। मैंने सात साल आईएएस में काम किया है।

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