एसएसपी लाल उमेद सिंह ने बताया कि 8 और 9 जनवरी की दरम्यानी रात मुखबिर से पुलिस को सूचना मिली की मोमिनपारा स्थित एक मकान में कुछ व्यक्तियों द्वारा गौमांस बिक्री किया जा रहा है. सूचना पर पुलिस ने तुरंत उस मकान में रेड कार्रवाई की. रेड कार्रवाई के दौरान मकान के कमरे में एक व्यक्ति उपस्थित था, पुलिस की टीम को देखकर अन्य कई लोग मौके से भाग निकले थे. मौके पर उपस्थित व्यक्ति से पूछताछ करने पर उसने अपना नाम समीर मंडल बताया. टीम के सदस्यों द्वारा कमरे की तलाशी लेने के दौरान कमरे में गौमांस, मांस काटने का बड़ा हथियार, चाकू, तराजू सहित अन्य सामग्री पाई गई.
समीर मंडल को पकड़कर कड़ी पूछताछ की गई, तो उसने बताया कि वह खुर्शीद अली, मुंतज़िर हैदर, अशफाक अली, अरमान हैदर और इरशाद कुरैशी के साथ मिलकर गौमांस की बिक्री करता था. इसके बाद टीम के सदस्यों ने प्रकरण में संलिप्त आरोपी खुर्शीद अली, मुंतज़िर हैदर, अशफाक अली, अरमान हैदर और ईरशाद कुरैशी की तलाश कर सभी को भी पकड़ा.
गौकशी मामले में एसएसपी लाल उमेद सिंह ने बताया कि इस पूरे मामले का मुख्य आरोपी खुर्शीद है, जबकि अरमान हैदर, अशफाक अली, समीर मंडल और इरशाद कुरैशी भी इसमें शामिल हैं. खुर्शीद के तीन बेटे समीर और इरशाद के साथ मिलकर काटने और बेचने का काम करते थे. अब तक की जांच में यह सामने आया कि कुल सात लोग इस घटना में संलिप्त पाए गए हैं. दो गायों की हत्या की गई थी और 226.6 किलो मांस जब्त किया गया है. प्राप्त गौमांस का पोस्टमार्टम परीक्षण भी कराया गया है. मामले में जांच के दौरान यह भी पता चला कि धनेली के पास एक वीरान जगह पर गौ हत्या कर मांस लाया गया था, जिसे ऑटो से मोमिनपारा लाया गया था.
पुलिस सीसीटीवी की भी जांच कर रही है और पूछताछ की जाएगी कि यह काम कब से चल रहा था और इस मांस को किसे बेचा गया. जांच जारी है और जिन लोगों को मांस बेचा गया है, उन पर भी कार्रवाई की जाएगी.
इस मामले में अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक आरोपी फरार है, जो ऑटो से मांस का परिवहन करता था. एक आरोपी को पुलिस रिमांड पर लिया गया है और आज रात को उससे पूछताछ की जाएगी.