पंकज झा ने एक्स पर लिखा है कि रायपुर जेल प्रांगण में गोलीबारी मामले में दो शांतिदूत गिरफ्तार हुए हैं. सूरजपुर में पुलिस अधिकारी की पत्नी और बच्ची की कांग्रेस के बड़े नेता ने जघन्य हत्या की. सिलसिला रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है. हर जगह अपराध को कांग्रेस के लोगों द्वारा अंजाम देना और फिर उस अपराध पर हल्की और सस्ती राजनीति उसके बड़े नेताओं द्वारा करना! ऐसा लगता है कि भूपेश बघेल और उनकी पार्टी ने सत्ता में रहते हुए पूरे पांच वर्ष अपने लोगों को अपराध की ट्रेनिंग देने में ही खर्च किया है. आज कांग्रेस पार्टी मानो जरायम पेशा वाले लोगों का गिरोह मात्र होकर रह गई है.
पंकज झा ने कहा, आज भी दुर्भाग्य से प्रदेश में कांग्रेस का एक बड़ा जनाधार है, लेकिन जनता द्वारा मिली उस ताकत का उपयोग कांग्रेस यहां भी केवल अराजकता और आतंक फैलाने में कर रही है. दुःख की बात यह है कि कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व भी कुछ करने की स्थिति में नहीं है, क्योंकि राहुल गांधी स्वयं अपनी निरंतर हार की बौखलाहट में सरगना जैसा व्यवहार कर रहे हैं. कांग्रेस को नीरज जी के शब्दों में यही कहा जा सकता है, आग लेकर हाथ में पगले जलाता है किसे जब न ये बस्ती रहेगी, तू कहां रह पायेगा!
पंकज झा ने एक फोटो साझा करते हुए लिखा है – फोटो रायपुर जेल प्रांगण में गोलीबारी करने वाले तीन अपराधियों में से एक का बताया जा रहा है, दो गिरफ्तार हो चुके हैं. क्या तीसरे को ‘संरक्षण’ में छिपा कर रखा गया है? सवाल तो बनता है.