CGPSC भर्ती घोटाला : CBI ने टामन के भतीजे और पूर्व डिप्टी एग्जाम कंट्रोलर को कोर्ट में किया पेश, 13 जनवरी तक मांगी रिमांड

रायपुर।    CGPSC भर्ती घोटाला मामले में सीबीआई ने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के पूर्व चेयरमैन टामन सोनवानी के भतीजे नितेश सोनवानी और पूर्व डिप्टी एग्जाम कंट्रोलर ललित गनवीर को गिरफ्तार किया है. दोनों को सौम्या राय के कोर्ट में पेश किया गया. CBI के वकीलों ने नितेश और ललित की 13 जनवरी तक रिमांड मांगी है. मामले में सुनवाई जारी है.

बचाव पक्ष के वकील फैसल रिजवी ने कहा कि पूर्व में इस मामले में टामन सोनवानी और बजरंग पावर के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल की गिरफ्तारी हुई है. इस मामले में ही नितेश और ललित को गिरफ्तार किया गया है. सीबीआई ने कोर्ट में दोनों को रिमांड पर मांगी है. कोर्ट का जैसा आदेश होगा उसका पालन किया जाएगा.

सुनिए बचाव पक्ष के वकील ने क्या कहा –

बता दें कि डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी समेत कई पदों के लिए साल 2020 से 2022 के दौरान परीक्षा/साक्षात्कार में टामन सोनवानी के रिश्तेदार समेत कुछ VIP लोगों के करीबी रिश्तेदारों के चयन पर सवाल उठे थे. इन्हीं आरोपों के आधार पर सीबीआई ने मामला दर्ज किया था. इस केस की जांच जारी है. इस मामले में सीबीआई सीजीपीएससी के पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी और बजरंग पावर के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.

ये है पूरा मामला

CGPSC 2019 से 2022 तक की भर्ती में कुछ अभ्यर्थियों के चयन को लेकर विवाद है. ईओडब्ल्यू और अर्जुंदा पुलिस ने भ्रष्टाचार-अनियमितता के आरोप में मामला दर्ज किया है. CGPSC ने 2020 में 175 पदों पर और 2021 में 171 पदों पर परीक्षा ली थी. प्री-एग्जाम 13 फरवरी 2022 को कराया गया. इसमें 2 हजार 565 पास हुए थे. इसके बाद 26, 27, 28 और 29 मई 2022 को हुई मेंस परीक्षा में 509 अभ्यर्थी पास हुए. इंटरव्यू के बाद 11 मई 2023 को 170 अभ्यर्थियों की सिलेक्शन लिस्ट जारी हुई. आरोप है कि तत्कालीन चेयरमैन सोनवानी ने अपने रिश्तेदारों समेत कांग्रेसी नेता और ब्यूरोक्रेट्स के बच्चों की नौकरी लगवाई है.

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