रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कहा है कि गौ माता की हत्या करने वालों को संरक्षण देने वाले अब कार्यालय में जाकर गौ-वंश को लेकर नाटक-नौटंकी कर प्रदर्शन करने का बहाना बना रहे हैं। श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस की पूर्व सरकार ने गाय और गौठान को केवल घोटाले का माध्यम बना रखा था। इसके लिए कांग्रेस की पिछली प्रदेश सरकार में गौ-वंश के लिए भूपेश बघेल की सरकार ने गौठान योजना बनाई जिसमें करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार हुआ।
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्रीवास्तव ने कहा कि पशुओं को सड़कों पर आने से रोकने रोका-छेका अभियान चलाकर उसमें भी करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार करने वाले आज गौ-वंश की चिंता कर रहे हैं! कांग्रेस के शासनकाल में 1300 करोड़ रुपए का घोटाला किया गया। श्रीवास्तव ने कहा कि देश की आजादी के 75 वर्षों में 60 साल शासन चलाने वाली कांग्रेस ने कभी गौ-वंश और गौ माता की चिंता नहीं की, लेकिन अब अपने राजनीतिक अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही कांग्रेस गौ माता को लेकर कार्यालयों पर प्रदर्शन कर रही है, इससे निम्नस्तरीय पाखंड और कुछ नहीं हो सकता। श्रीवास्तव ने कहा कि वर्षा के समय गौ माता की सेवा करने का समय है, गौ माता को अपने घरों में ले जाकर उसकी सेवा करनी चाहिए। लेकिन कांग्रेसी आज भरी बरसात में गौ माता को साथ ले जाकर कार्यालयों पर प्रदर्शन कर रहे हैं इससे कांग्रेस के नेताओं की निम्नस्तरीय सोच को समझा जा सकता है।
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्रीवास्तव ने कहा कि गौ-वंश को लेकर कांग्रेस पार्टी केवल अपने राजनीतिक वजूद बचाने के लिए प्रपंच रच रही है। इसी कांग्रेस के शासनकाल में जब कांग्रेस के नेता राहुल गांधी 2023 के सितंबर माह में छत्तीसगढ़ आए थे, तब सड़कों पर गौ-वंश की अकाल मृत्यु उनके फेंके गए दूषित भोजन खाने से हुई थी। तब इन कांग्रेसियों की गौ माता को लेकर सेवा करने की भावना कहां गई थी? जब रायपुर के जरवाय ग्राम में स्थित गौठान में अव्यवस्था की वजह से कई गौ-वंश की मृत्यु हो गई थी, वहां पर गौ-वंश को कीचड़युक्त गौठान में रखा गया था।
श्रीवास्तव ने कहा कि जुलाई 2020 में बिलासपुर के तखतपुर विधानसभा के हिर्री थाना क्षेत्र के ग्राम मेड़पार बाजार स्थित गौठान में 70 से ज्यादा गायों की दम घुटने से मौत हो गई। इन गायों को अस्थायी रूप से बनाए गौठान के एक कमरे में रखा गया था। नवागढ़ ब्लाक के ग्राम पंचायत खोखरा के गौठान में गांव के गौठान में एक साथ नौ मवेशियों की मौत हो गई। इसकी प्रमुख वजह गौठान में चारा-पानी का अभाव बताया गया था।