जानकारी के मुताबिक, मृतक बच्चे के माता-पिता कमलेश और दुर्गा बसोर अपने बेटे विकास की तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल लेकर गए थे, जहां डॉक्टर ने खून जांच कराने का निर्देश दिया था। लेकिन अस्पताल के टेक्नीशियन ने अभी टाइम नहीं है बोलकर खून जांच करने से मना कर दिया, जिसके बाद बच्चे के परिजन उसे घर वापस ले गए। देर रात बच्चे की हालत और बिगड़ गई, जिससे उसकी मौत हो गई।
इस घटना से आक्रोशित परिजनों ने पूर्व जनपद अध्यक्ष संदीप शुक्ला के साथ मिलकर अस्पताल के बाहर बच्चे के शव के साथ प्रदर्शन किया। परिजनों और शुक्ला ने जिम्मेदार कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जिसमें तत्काल डॉक्टर की नियुक्ति और लैब टेक्नीशियन पालेश्वर ध्रुव का स्थानांतरण शामिल था। काफी हो-हंगामे के बाद अधिकारियों ने ग्रामीणों की मांगों को मान लिया, जिसके बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ। पूर्व जनपद अध्यक्ष संदीप शुक्ला ने अधिकारियों से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।