रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज अपने मंत्रिमंडल के साथ अयोध्या पहुंचे, जहां हनुमानगढ़ी मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद रामलला के दर्शन किए. मुख्मयंत्री साय ने रामलला के दर्शन कर भगवान राम को बेर की पोटली अर्पित की. दर्शन करके राजधानी रायपुर लौटने पर पत्रकारों से चर्चा के दौरान कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप ने कहा आज मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हम सब मंत्रिमंडल के साथी भगवान श्रीराम के दर्शन करने गए थे. उन्होंने कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण हुआ है. हम प्रधानमंत्री को बधाई और धन्यवाद देते हैं. मंत्री कश्यप ने कांग्रेस के उठाए सवाल का जवाब दिया और कहा कि कांग्रेस को देश से माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि कांग्रेस ने श्रीराम के अस्तित्व को ही नकार दिया था.
मंत्री कश्यप ने कहा कि छत्तीगसढ़ प्रभु श्रीराम का ननिहाल है. भगवान राम का वनवास का अधिकतम समय छत्तीसगढ़ के वनों में बीता है. हमारा प्रभु श्रीराम के साथ आत्मीय संबंध है. भांजा के रूप में मानते हैं. पैर पखारते हैं. मंत्री कश्यप ने कहा कि हम यहां से बेर, चिरौंजी, महुआ लेकर गए थे और प्रभु श्रीराम को भेंट किए हैं.
उन्होंने कहा कि 500 साल के बाद पूर्वजों ने तपस्या, बलिदान और संघर्ष किया, लंबी लड़ाई लड़ी उसके पश्चात प्रभु श्रीराम का मंदिर बन पाया. छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए रामलला दर्शन योजना बनाई हैं. आम जनता भी इसका ज्यादा ज्यादा लाभ लेगी. प्रभु श्रीराम का आशीर्वाद और कृपा हम सब पर बनी रहे.
कांग्रेस की ओर से उठाए गए सवाल कि अयोध्या से पहले चंदखुरी जाकर माता कौशल्या के मंदिर दर्शन के जवाब में मंत्री कश्यप ने कहा कि कांग्रेस को पहले देश से माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि कांग्रेस ने श्रीराम के अस्तित्व को ही नकार दिया था. यहीं कांग्रेस ने मंदिर के शुभारंभ कार्यक्रम का भी बहिष्कार किया था. इसका जवाब कांग्रेस को देना चाहिए.
वहीं रामविचार नेताम ने कहा अयोध्या धाम को इतिहास के पन्नों से गायब करने का काम पूर्व की सरकारों ने किया था. आज वही सब गायब हो गए. विरासत को बचाने उसे लौटाने का काम भाजपा ने किया. हमारी सनातन संस्कृति और परंपरा को पुर्नजीवित करने का काम किया. पीएम नरेंद्र मोदी का हम सब आभार जताते हैं कि उन्होंने भगवान श्रीराम मंदिर का भव्य मंदिर निर्माण कराने का किया है. हम सबके लिए गौरव की बात.
वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि हम सबने रामलला का आशीर्वाद लिया है. कांग्रेस के मित्रों से दो सवालों का जवाब चाहता हूं. पहला, कांग्रेस के लोगों ने प्रभु श्रीराम के अस्तित्व को नकारने का काम किया, इस पर क्या कहेंगे ? दूसरा, श्रीराम मंदिर के लोकार्पण समारोह का बहिष्कार करके क्या मैसेज दिया ?. इन दो सवालों का जवाब कांग्रेस पहले दे फिर सवाल करे?.