रायपुर : बलौदाबाजार में हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान रायपुर ग्रामीण से भाजपा विधायक मोतीलाल साहू के भतीजे और दूसरे लोगों से मारपीट की घटना सामने आई है। विधायक का आरोप है कि पुलिस की वर्दी में कुछ लोगों ने उनको रोका और कार से नीचे उतारकर बुरी तरह से पीटा। इसके बाद गाड़ी में तोड़फोड़ की गई। विधायक साहू ने बताया कि उनके परिवार के बच्चे अपने कुछ साथियों के साथ बलौदाबाजार गए थे, जो अपनी कार में पूछते हुए आगे बढ़ रहे थे कि विरोध थम गया या नहीं। इस दौरान उसे जानकारी मिली कि माहौल शांत हो गया है। इसके बाद वो आगे बढ़े, तभी उन पर रास्ते में हमला कर दिया गया। विधायक ने कहा कि पुलिस की वर्दी पहने युवकों ने रोककर उसे उतारा और जमकर मारपीट की।
विधायक ने कहा कि मारपीट करने वालों ने कुछ नहीं बताया और हमला कर दिया। हमलावरों ने उनके परिजनों की कार के शीशे तोड़ दिए। साथ ही उनके भतीजे एकलव्य साहू और उसके साथ मौजूद कर्मचारियों को बुरी तरह से पीटा। इस पिटाई से एकलव्य साहू का कान फट गया। वह लहूलुहान हालत में जैसे-तैसे खुद को बचाकर लौटे। रायपुर ग्रामीण विधायक ने पूछा कि हुडदंग और बवाल बलौदाबाजार में हुआ तो वहां कार्रवाई करना छोड़ पुलिस की वर्दी पहने लोगों ने मेरे रिश्तेदार के साथ मारपीट क्यों की ? ये घटना समझ से परे है। मैं इस पूरे मामले में कार्रवाई की मांग करता हूं। ये घटना बड़ी अजीब है।
बता दें कि विधायक मोतीलाल साहू के भतीजे एकलव्य साहू ठेकेदारी का काम करते हैं, जो बलौदाबाजार रेस्ट हाउस के पास पहुंचे थे। इसी दौरान उनके साथ यह घटना हो गई। हमले के वक्त एकलव्य के साथ उनके कर्मचारी निलेश सिंह और ड्राइवर त्रिगट भोई मौजूद थे। एकलव्य ने मारपीट कर रहे पुलिस की वर्दी पहने युवकों को बताया कि वो विधायक मोतीलाल साहू का रिश्तेदार है, जिसके बाद हमलावर उसे छोड़कर भाग गए। दरअसल, बलौदाबाजार में सतनामी समाज के प्रदर्शन के दौरान जमकर बवाल हुआ। लोगों ने कलेक्ट्रेट में खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की। इसके बाद आग के हवाले कर दिया। हमले में पुलिसकर्मियों समेत कुछ लोग घायल हुए हैं। आगजनी और तोड़फोड़ से बड़ी संख्या में वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कलेक्टर और SP दफ्तर में भी आग से लाखों रुपए का नुकसान हुआ है, जिसका आंकलन किया जा रहा है।