CG Ayushman Card : छत्तीसगढ़ के 33 जिलों में 50 लाख से अधिक लोगों का आयुष्मान कार्ड नहीं बन पाया है. सिर्फ बिलासपुर में 6 लाख लोगों का आयुष्मान कार्ड पंजीयन नहीं हुआ है. यही कारण है कि सरकारी और निजी अस्पतालों में इलाज के लिए उन्हें भटकना पड़ रहा है. यह आंकड़ा खुद सरकारी है जिसे राज्य के अधिकारियों ने उन 33 जिलों को भेजा है जहां समस्याएं हो रही है. यही कारण है कि बिलासपुर रायपुर कोरबा जांजगीर शक्ति सरगुजा दुर्ग बस्तर समेत अन्य जगह लोग चाह कर भी सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ नहीं ले पा रहे हैं.
छत्तीसगढ़ शासन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने 22 मई 2024 को सभी कलेक्टरों को पत्राचार किया है. इस आंकड़े के मुताबिक सबसे काम पंजीयन सुकमा जिले में हुआ है, जहां सिर्फ 65% लोगों का आयुष्मान कार्ड बना है. इसके अलावा महेंद्रगढ़ में 64% बिलासपुर में 64 प्रतिशत बीजापुर में 69 प्रतिशत दंतेवाड़ा में 70% शक्ति में 73% बस्तर में 77% रायपुर में 79% दुर्ग में 81% मुंगेली में 82% कोरबा में 83% बलोदा बाजार में 83% गरियाबंद में 86% काम अभी बाकी है.
आंकड़ों पर गौर करें तो छत्तीसगढ़ राज्य के किसी भी जिले में 100 फ़ीसदी आयुष्मान कार्ड का पंजीयन बनने का काम नहीं हुआ है. जिले के पेंड्रा गौरेला मरवाही में 69 प्रतिशत दंतेवाड़ा में 70% नारायणपुर में 76% काम बचा हुआ है. जाहिर है लोगों को ऐसे क्षेत्रों में भी इस अहम योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा जहां इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है जिनमें छत्तीसगढ़ के वनांचल क्षेत्र भी शामिल हैं. इसके अलावा शहर और गांव में भी अभी आयुष्मान कार्ड के पंजीयन का काम बाकी है.
31 जुलाई तक पूरा करने के निर्देश
सरकारी आदेश के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को यह काम 31 जुलाई तक पूरा करना है जिनमें राज्य की पूरी आबादी को इस महत्वपूर्ण योजना का हिस्सा बनना है. यही कारण है कि स्वास्थ्य एवं कल्याण विभाग के अधिकारियों ने पूरे राज्य में कलेक्टर को पत्राचार कर स्वास्थ्य अधिकारियों के काम में लगाने और सभी लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाने का निर्देश जारी किया है.