कैबिनेट मंत्रियों के ट्रेनिंग को लेकर कांग्रेस का तंज, चिंतन शिविर को बताया फिजूल

रायपुर : राजधानी रायपुर स्थित IIM में साय सरकार की ओर से दो दिवसीय चिंतन शिविर का आयोजन किया गया, जिसे लेकर कांग्रेस ने तंज कसा है। पूर्व कैबिनेट मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि 15 साल तक मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह को दरकिनार कर दिया गया है। उन्हीं से पूछ लेना था कि सरकार कैसे चलाना है। रमन सिंह को अलग करने के बाद गुटबाजी सामने आ रही है। डहरिया ने कहा कि विष्णु के राज में पूरे प्रदेश में हाहाकार मचा हुआ है। कानून व्यवस्था बद से बदतर हो गई है। विष्णु राज में सिर्फ भ्रष्टाचार है। उन्होंने कहा कि इस बार विधानसभा जैसे नतीजे नहीं आएंगे। सभी 11 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस जीत रही है।

वहीं कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि साय सरकार के मंत्रियों की गुड गवर्नेंस की ट्रेनिंग फिजूल की कवायद है। 5 महीने में ही साय सरकार की सुशासन की पोल खुल गई है। भाजपा सरकार के मंत्रियों और नेताओं के आम जनता के साथ दुर्व्यवहार जग जाहिर हो गया है। गुड गवर्नेंस की ट्रेनिंग लेने यह कहीं भी जाएं, लेकिन भाजपा में मिले कमीशनखोरी, भ्रष्टाचार करने की प्रशिक्षण को छोड़ नहीं सकते हैं। भाजपा सरकार के मंत्रियों और नेताओं को सबसे पहले भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी की अपनी आदत को छोड़ना होगा। आम जनता के मूलभूत समस्याओं का निराकरण करना होगा। उनकी बुनियादी जरूरत को पूरा करना होगा और झूठ बोलना छोड़ना होगा। तभी गुड गवर्नेंस की सोच पूरी होगी।

इसे लेकर कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि हमारा चिंतन शिविर पर विशेष ध्यान है। हम काम करने से पहले प्रयोग करते हैं। कांग्रेस की तरह नहीं की योजनाएं बनाकर धरातल पर दिखती नहीं है। सभी डिपार्टमेंट के मंत्री आने वाले 10 साल के लिए रोडमैप तैयार करने और छत्तीसगढ़ की बेहतरी के लिए योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए मंथन कर रहे हैं। देश में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी राज्य का पूरा मंत्रिमंडल प्रदेश को संवारने और विकास को नया आयाम देने विद्यार्थी भाव से विचार-विमर्श करने जुटा है और अपने क्षेत्र के माने हुए विषय विशेषज्ञों से संवाद कर रहा है। प्रदेश के नेतृत्व द्वारा इस तरह से अनूठी पहल करते हुए विशेषज्ञों से बौद्धिक विचार-विमर्श कर प्रदेश को संवारने के लिए सार्थक चर्चा की गई।

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