महासमुन्द । महासमुन्द पुलिस के द्वारा लोहानी बिल्डिंग महासमुन्द में 06 माह पहले दफन किए गए शव को खोदकर गड़े मुर्दे से हत्या का राजफाश किया गया है। बहुमंजिला लोहानी बिल्डिंग में आंगन में लाश दफनाए जाने की इस घटना की चंहुओर जमकर चर्चा है। ग्राम बिरकोनी के मूल निवासी युवक युपेश चन्द्राकर के अंधे कत्ल का खुलासा होने से हड़कंप मच गया है। पुलिस का कहना है कि शिक्षिका पत्नी का एक ज्योतिष से अवैध संबंध था। इसी के कारण प्रेमी, प्रेमिका ने मिलकर युवक की हत्या कर दी। साक्ष्य छुपाने फिल्मी स्टाईल में दृश्यम फिल्म देखकर ज्योतिष द्वारा किराए के अपने ही ऑफिस के कमरे में शव को दफन किया। सायबर सेल की टीम एवं थाना सिटी कोतवाली पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में मामले का खुलासा हुआ है।
पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित प्रेसवार्ता में मामले का खुलासा करते हुए डीएसपी अजय शंकर त्रिपाठी, कोतवाली प्रभारी प्रशिक्षु डीएसपी मोनिका श्याम ने बताया कि 14 दिसम्बर 2023 को श्रीमती देविका चन्द्राकर सा. सुभाष नगर महासमुन्द ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि दिनांक 08.12.2023 को मेरे पति युपेश चन्द्राकर उम्र 42 वर्ष सा बिरकोनी हॉल सुभाष नगर महासमुन्द घर से किसी को बताये बिना कहीं चले गये हैं। जिस पर थाना महासमुन्द में गुम ईसांन क्रमांक 144/23 पंजीबध्द कर जॉच में लिया गया।
पुलिस की टीम के द्वारा उक्त सूचना को गंभीरता से लिया। गुम इंसान युपेश चन्द्राकर की पतासाजी की जा रही थी। अलग-अलग टीम गठित कर छोटी से छोटी जानकारी और परिवार संबंधी, भूमि बटवारा संबंधी और गुम इंसान के निजी जीवन के संबंध में जानकारी एकत्र किया जा रहा था।
इस बीच पता चला कि गुम इंसान युपेश चन्द्राकर की पत्नि देविका चन्द्राकर का मुकुन्द त्रिपाठी के साथ अवैध संबंध है। इसे लेकर अक्सर वाद-विवाद होता रहता था। जिसके आधार पर पुलिस की टीम द्वारा संदेही मुकुन्द त्रिपाठी को पुलिस अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करना प्रारंभ किया गया। जिस पर संदेही द्वारा पुलिस को गोल मोल जवाब देने लगा। कडाई और बारिकी से पूछताछ करने पर वह अपराध को नही छुपा सका और अपराध करना स्वीकार किया।
आरोपी त्रिपाठी ने पुलिस को बताया कि ” मै युपेश चन्द्राकर के घर के बगल में किराये के मकान मे रहता था और देविका का चन्द्राकर से मेरा अवैध संबंध था। इस दौरान देविका के पति के गैर मौजुदगी में हम लोग अक्सर एक दुसरे से मिलते थे। मेरे घर में कई बार हमारा नाजायज संबध बना है तथा मोबाईल से बातचीत भी करते थे। मोबाईल फोन में बातचीत करते हुए देविका चंद्राकर मुझे बोलती थी कि मैं अपने पति से बहुत परेशान हो गई हूं। उसे रास्ते से हटाना है। तब हम लोग युपेश को कैसे हटाना है, योजना बनाने लगे। एक दिन देविका का पति, देविका को मेरे कमरे से निकलते हुए देख लिया था। उसी दिन से वह हमारे उपर शक करने लगा था। उसे हमारे संबध के बारे में पता चल गई थी। 08 दिसंबर 2023 को देापहर करीबन 01 बजे के आसपास मेरा दरवाजा खटखटाए। तो मैं निकला तो देविका और उसकी मां खडे हुए थे। मुझे देविका बताई कि युपेश काफी गाली गुप्तार कर रहा है और मेरे को तुम्हारे साथ अवैध संबंध बनाते देखा हुं, बोलकर काफी झगडा कर रहा है। जब हमारा युपेश से सामना हुआ तो युपेश ने देविका को मारने के लिए डंडा उठा लिया। इसी दौरान देविका ने डण्डा को छिनकर अपने हाथ में लेकर उसके सिर में मार दिया। इसके बाद मुझे भी गुस्सा आया तो मैने भी उसको जोर से धकेल दिया तो युपेश सिर के बल नीचे गिर गया। हमने देखा इसके बाद उसकी सांसे नही चल रही थी। तब हम तीनों ने मिलकर उसे देविका के पलंग में लिटा दिए। उसके बाद मैं अपने कमरे में वापस आ गया। देविका अपनी लड़की मेधा चंद्राकर को लेने के लिए चंद्रोदय स्कूल चली गई। मै देविका कमरे के अंदर जाकर युपेश को खिंचकर बगल में स्थित अपने कमरे मेे लेकर आ गया। उसके बाद शाम करीबन 05 बजे के आसपास मैं देविका के द्वारा दिए गए मोबाईल से देविका को फोन कर बोला कि काम हो गया है, तुम लोग वापस घर आ जाओ। जिसके कुछ देर के बाद वो लोग वापस आ गए। मैं पारख प्लास्टिक से नायलोन की एक बण्डल रस्सी व प्लास्टिक झिल्ली खरीदकर लाकर अपने कमरे में रखा था। तब हम तीनों मिलकर उसके मुंह को एक सफेद कपडे से बांध दिए। उखरू बैठाकर रस्सी से कसकर चारों तरफ से उसको अच्छे से बांध कर युपेश की लाश को बोरी में भरकर अपने कमरे में रखे एक पुराना टंकीनुमा पेटी में युपेश की लाश को भरकर अपने घर में रख दिया था। दो दिन बाद 10 दिसंबर 2023 को दोपहर करीबन दो-ढ़ाई बजे मैं एक रिक्शा वाले को लाकर पेटी को अपने कमरे से खिंचते हुए निकाला। इसके बाद मैं पेटी बक्से को रिक्शा में डालकर सीधे लोहानी बिल्डिंग अपने किराए के आफिस में ले जाकर रख दिया। लोहानी बिल्डिंग के कमरे में पेटी बक्शा को रखकर कमरे का ताला लगाकर वापस अपने कमरा आ गया। वापस निकलने से पहले लोहानी बिल्डिंग में बगल में कुछ काम चल रहा था, जहाँ पर रापा, गैंती, सब्बल, टंगिया व धमेला रखा था। जिनसे लेकर कमरे में रख दिया था। रात में वेदिका अपनी बच्ची को सुलाकर वेदिका के साथ मिलकर लोहानी बिल्डिंग ऑफिस के अंदर का तीसरे कमरे को करीबन 05 फीट का गढढा किया। रात में गडढा खुदाई करने के बाद हम दोनो कमरे का ताला लगा कर रात में हम दोनों वापस अपने घर आ गए। फिर मैं दूसरे दिन 11.12.2023 को देविका के साथ जाकर दुकान से नमक का बोरी खरीदा और लोहानी बिल्डिंग जाकर सारा नमक को निकाल कर गडढ़ा में डालकर शव को पेटी से निकालकर साथ डाल दिया। फिर गडढे को मैं देविका के साथ पाटकर वापस आ गए। “
पुलिस ने आरोपीगण के कब्जे से घटना में प्रयुक्त रापा, गैंती, सब्बल व धमेला जप्त कर आरोपी मुकुन्द त्रिपाठी पिता स्व. भुवनेश्वर प्रसाद त्रिपाठी उम्र 45 वर्ष सा. नया रावण भाठा, महासमुन्द और देविका चन्द्रकार पति युपेश चन्द्राकर उम्र 40 वर्ष सा. बिरकोनी, महासमुन्द हाल सुभाष नगर महासमुन्द के विरूध्द अपराध धारा 302, 201, 34 भादवि के तहत् थाना सिटी कोतवाली महासमुन्द मे कार्यवाही की गई। दोनों को गिरफ्तार कर आज न्यायालय में पेश किया गया। जहाँ से जेल भेज दिया गया है। घटना में संलिप्त मृतक की सास की पुलिस तलाश कर रही है।