कोतरा रोड थाने के सामने सैकड़ो की संख्या में सड़क में बैठकर प्रदर्शन कर रही महिलाओं का आरोप है कि कोसमपाली, बरमुडा सहित आसपास के क्षेत्रों में कुछ लोगों के द्वारा अवैध तरीके से महुआ शराब का विक्रय किया जा रहा था. इस मामले की शिकायत उन्होंने थाने में की थी जिससे क्षुब्ध होकर शराब कोचिये ने महिला सरपंच के बेटे के साथ मारपीट की थी. इस मामले की शिकायत करने के बावजूद शराब कोचिये पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं करने से नाराज होकर आज लगभग आधे दर्जन से भी अधिक गांव की सैकड़ो महिलाओं ने कोतरा रोड थाने का घेराव करते हुए सड़क में बैठकर चक्काजाम शुरू कर दिया. नाराज महिलाओं ने कोतरा रोड थाने की पुलिस टीम पर शराब कोचिये के साथ मिलीभगत का भी आरोप लगाया है.
ग्राम पंचायत कोसमपाली की सरपंच अनसुईयां उराव ने बताया कि छठ पूजा से पहले गांव की कई महिलाओं ने उनसे गांव में बिकने वाली अवैध महुआ शराब की शिकायत की थी. तब उन्होंने एकजुट होकर गांव में बिकने वाली अवैध शराब को बंद कराने के लिये कोतरा रोड थाना पहुंचकर ज्ञापन सौंपा था. तब पुलिस ने उन्हें छठ पूजा के बाद कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था. इसके बाद उन्होंने इस मामले की शिकायत एसपी आफिस पहुंचकर की जिसके बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर उसी दिन शाम करीब 4 बजे पुलिस टीम पहुंचकर छापामार कार्रवाई करते हुए शराब पकड़ा गया. इसके बाद गांव की 18 समिति की महिलाएं घर-घर जाकर चेक किया गया कि इस कार्रवाई के बावजूद कहीं फिर से शराब तो नही बनाया जा रहा है. तब शराब का कारोबार करने वाले लोगों के द्वारा उनसे गाली गलौज करते हुए दोबारा घर आने पर झूठे केश में फंसाने की धमकी दी गई थी. महिला सरपंच ने यह भी बताया कि बेटे को जान से मारने की धमकी देते हुए उसके साथ जमकर मारपीट की गई. इसकी शिकायत करने के बावजूद पुलिस के द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नही करने से नाराज होकर वे आज थाने पहुंची है.
इस मामले में पूर्व मंत्री और खरसिया विधायक उमेश पटेल ने बताया कि आज सुबह उन्हें फोन के जरिये सूचना मिली कि कोसमपाली की महिलाओं के साथ थाने में दुव्र्यवहार हो रहा है. कल शाम रिपोर्ट लिखाने पहुंची महिलाओं को यहां के टीआई ने उल्टा उन्हीं के उपर एफआईआर हो जाने की बात कही गई. इस वजह से आज भारी संख्या में महिलाएं थाने पहुंची है और इन महिलाओं ने थाने के अलावा एसपी आफिस में ज्ञापन सौंपा था और जिस तरह से गांव में शराब बिक रही जिससे गांव के बच्चे बिगड़ रहे हैं. उमेश पटेल ने कहा कि महिलाओं का आरोप था कि शराब कारोबारी के द्वारा सरपंच के बेटे के साथ मारपीट की गई है और पुलिस आरोपी को संरक्षण दे रही है. जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है तब से पुलिस का जनता के प्रति जो रवैया बहुत ही गलत रवैया है. शराब माफियाओं को जिस तरह से संरक्षण दिया जा उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. गांव में जिस तरह महिलाएं संगठित हैं इन्हें तोड़ने का काम किया जा रहा है और इन्हें डराने धमकाने का काम किया जा रहा है.
इस मामले मे पुलिस अगर एकतरफा कार्रवाई करेगी तो हम भी आगे कार्रवाई करेंगे. रायगढ़ के पूर्व विधायक प्रकाश नायक ने बताया कि शराब बंदी की मांग को लेकर कोसमपाली गांव की महिलाएं यहां पहुंची है. हम सब देख रहे हैं कि जब से भाजपा की सरकार आई है. तब से शराब की कोचियागिरी बढ़ गई है. इन महिलाओं ने पहले कोतरा रोड थाने के अलावा एसपी आफिस में शिकायत की थी जिसके बाद थाने से एक टीम गांव पहुंची थी. इस शिकायत के बाद शराब कोचिये ने महिला सरपंच पर हमला कर दिया था जिससे वह घायल हो गई थी. कुल मिलाकर यह भाजपा की सरकार में आरोपियों को संरक्षण दिया जा रहा है.
बहरहाल, खरसिया विधानसभा सहित आसपास के इलाकों में लगातार शराब माफियाओं द्वारा बेची जा रही देशी शराब को लेकर जिस प्रकार सैंकड़ों महिलाओं ने कोतरा रोड थाने का घेराव करते हुए पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाये हैं उससे लगता है कि पुलिस संरक्षण में शराब माफिया लगातार अपने कारोबार को चला रहे हैं, लेकिन अब इस मुद्दे पर कांग्रेस की भी एंट्री हो गई है, जिससे राजनीतिक माहौल बन रहा है.