बिलासपुर। समाज से बहिष्कार का दंश झेल रही एक महिला और उसकी छोटी सी बच्ची समाज में शामिल होने और न्याय की मांग को लेकर दर दर भड़कने पर मजबूर है, न्याय की आस लिए हाईकोर्ट की शरण पहुंची महिला की फरियाद को सुनने के बाद हाईकोर्ट के सिंगल बेंच ने कांकेर के कलेक्टर, एसपी और डडसेना कलार समाज के संभागीय अध्यक्ष को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।
बता दें कि कांकेर के ढेकुना गांव की रहने वाली मुनिका की शादी लखनपुरी गढ़िया पारा के रहने वाले राजेश्वर कुमार से हुई, जो कि ITBP में चाइना बॉर्डर में पदस्थ है। शादी के कुछ दिनों बाद ही पति–पत्नी के बीच झगड़े शुरू हो गए, झगड़ा इतना बढ़ा कि कुछ साल बाद नौबत थाने तक पहुंच गई। इस दौरान मुनिका ने अपने पति के खिलाफ मारपीट और भरण पोषण को लेकर कांकेर के थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जो कलार समाज को नागवार गुजरी। महिला का आरोप है कि इस बात से नाराज होकर गांव के सरपंच समेत समाज के लोगों ने बैठक की और मुनिका और उसके पूरे परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया गया।
समाज से बहिष्कृत होने के बाद से मुनिका और उसके परिवार पर मुसीबतों की झड़ी लग गई, सबसे बड़ी बात तो यह है कि मुनिका की बहन से शादी के लिए आने वाले रिश्तों को भी तोड़ दिया जा रहा है। इस सबसे परेशान मोनिका न्याय की गुहार लगाते हुए हाईकोर्ट की शरण में पहुंची। प्रारंभिक सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने कांकेर के कलेक्टर एसपी और डडसेना कलार समाज के संभागीय अध्यक्ष को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।