प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने सूरजपुर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, पुलिस ने एनएसयूआई जिला अध्यक्ष चंद्रकांत चौधरी को साजिश के तहत आरोपी बनाया है. मुख्य आरोपी कुलदीप साहू का एनएसयूआई से कोई लेना देना नहीं था. दीपक बैज ने सूरजपुर हत्याकांड की हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच कराने की मांग सरकार से की है. उन्होंने कहा, यदि एनएसयूआई का जिला अध्यक्ष सीके चौधरी आरोपी है तो उसे कड़ी सजा मिले.
जानिए पूरा घटनाक्रम
बता दें कि रविवार को सूरजपुर के चौपाटी में एक पुलिसकर्मी से आदतन अपराधी कुलदीप साहू ने बहस किया. यह कहकर कि ‘तुम्हारी पुलिस मेरा जीना हराम कर रखी है’, जिस पर आरक्षक ने कहा ‘मैं तो एक आरक्षक हूं, वरिष्ठ अधिकारी जो कर रहे होंगे, मुझे क्या पता’ तो उसने होटल में कढ़ाई में रखा खौलते हुआ तेल फेंक दिया. इसमें आरक्षक पूरी तरह से जल गया. इसके बाद उसे इलाज के लिए अंबिकापुर रेफर किया गया.
मामले की जानकारी के बाद कुलदीप के खिलाफ अपराध दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की गई. इस दौरान अंधेरे में वह एक कार में बैठा हुआ था, इस दौरान उसने पैदल खोजबीन कर रहे पुलिस वालों पर गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया. इसी बीच शहर से बाहर महगंवा स्थित प्रधान आरक्षक तालिब शेख के किराए के मकान का दरवाजा तोड़कर अंदर घुसा तभी तालिब शेख की पत्नी ने अपने पति को कॉल किया, लेकिन बात नहीं हो पाई. उसके बाद तालिब शेख ने भी अपनी पत्नी से कांटेक्ट करने की कोशिश की लेकिन बात नहीं हो पाई. इसके बाद प्रधान आरक्षक को अंदेशा हुआ और घर पहुंचा. जहां प्रधान आरक्षक शेख ने देखा कि घर में खून फैला हुआ था, बीवी और बच्ची घर पर नहीं थे. वहीं घर के बाहर चाकू मिला और काफी सरगर्मी से तलाश शुरू की गई तो पत्नी और बेटी की लाश शहर से करीब 5 किलोमीटर दूर मिली थी. आईजी अंकित गर्ग ने मामले का खुलासा करते हुए बताया था कि इस मामले में पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. पुलिस कार्रवाई और प्रधान आरक्षक की सक्रियता के चलते आरोपियों ने इस वारदात को अंजाम दिया है.
ये हैं आरोपियों के नाम
– कुलदीप साहू पिता अशोक साहू
– आर्यन विश्वकर्मा पिता संजय विश्वकर्मा
– फूलसिंग पिता गणपत सिंह
– चंद्रकांत चौधरी पिता शिवप्रसाद चौधरी
– सूरज साहू पिता राजाराम साहू