रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के पहल पर राज्य में शैक्षिक परिदृश्य को सुदृढ़ बनाने और बच्चों में बुनियादी साक्षरता को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से राज्य स्तरीय पठन महोत्सव का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम निपुण भारत मिशन के तहत, नई शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्यों के अनुरूप बुनियादी साक्षरता कौशल को विकसित करने और बच्चों में पढ़ने की आदत को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन राज्य शैक्षिक अनुसंधान परिषद (एससीईआरटी), रायपुर के तत्वावधान में और रूम टू रीड इंडिया ट्रस्ट एवं USAID के सहयोग से किया गया। इस महोत्सव का उद्देश्य पठन के प्रति जागरूकता फैलाना, बच्चों में पढ़ने का आनंद विकसित करना और स्कूलों व समुदायों को इस दिशा में एकजुट करना था।
पठन महोत्सव के दौरान सेरी कार्यक्रम के तहत छत्तीसगढ़ में किए गए बुनियादी साक्षरता प्रयासों की प्रस्तुति, बाल साहित्य की भूमिका और कक्षा में लैंगिक समानता पर चर्चा, शिक्षकों द्वारा बाल साहित्य निर्माण और अनुवाद के अनुभव साझा किए गए। इसी तरह डाइट व्याख्याताओं द्वारा लाइब्रेरी और सेवापूर्व शिक्षण से संबंधित अनुभवों का आदान-प्रदान और खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय के प्रोफेसर द्वारा बाल साहित्य अनुरूप चित्रकारी पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में बच्चों के लिए रोचक गतिविधियों, पढ़ने और लिखने के अभ्यास, कहानी सुनाने और सुनने की गतिविधियों, पुस्तकालय उपयोग, और ऑनलाइन-ऑफलाइन पठन सामग्री का समावेश किया गया।
इस अवसर पर एससीईआरटी के उप संचालक पुष्पा किस्पोट्टा, दिव्या लकड़ा, और एनजीओ प्रकोष्ठ प्रभारी डेकेश्वर वर्मा उपस्थित थे। कार्यक्रम में USAID की शिखा जैन और रूम टू रीड के डॉ. भाग्यलक्ष्मी बालाजी, डॉ. भावना शिंदे, ताहिर अली एवं यशवर्धन उनियाल, 33 जिलों के प्राथमिक विद्यालयों से चयनित छात्र-छात्राएं, उनके अभिभावक, शिक्षकगण, और 19 डाइट के व्याख्याताओं सहित 250 प्रतिभागियों ने भाग लिया।