दीपक ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए बताया, “मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि फैक्ट्री इतनी बड़ी होती है. हम हमेशा सोचते थे कि हमारे आसपास से कच्चा लोहा कहां जाता है, अब हमें पता चला कि लोहा बनाने का कारख़ाना कहाँ है.”
सशस्त्र सीमा बल के कमांडेंट महेंद्र ठाकुर ने बताया कि इस भ्रमण का उद्देश्य नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के युवाओं को महानगरों की जीवनशैली से परिचित कराना था. इस दौरान युवाओं को भिलाई स्टील प्लांट और अन्य महत्वपूर्ण स्थलों का निरीक्षण कराया गया, जिससे वे कुछ नया सीख सकें और आत्मविश्वास से भरपूर हो सकें.
युवक संतलाल ने भी अपनी खुशी जताते हुए कहा, “हम पहली बार भिलाई गए थे और वहां स्टील प्लांट को देखकर हम बड़े रोमांचित हैं.” उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे भ्रमण से नक्सली प्रभावित क्षेत्रों के युवाओं को शहरी जीवन और विकास की ओर आकर्षित किया जा सकता है, और इससे SSB तथा सुरक्षा बल आम जनता के करीब आ सकते हैं.