छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट ने आज दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में दो चुनावी सभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा. पायलट ने कहा कि रायपुर का उपचुनाव हो या फिर झारखंड, महाराष्ट्र का चुनाव कांग्रेस की जीत होगी. जिस तरह से झारखंड और महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री भाषण दे रहे हैं, वो उनकी भाषा के स्तर को प्रकट करता है. उन्होंने कहा, मैं तो खुद दोनों राज्यों में प्रचार कर आया हूं. दावे से कह सकता हूं कि भाजपा की बौखलाहट दिख रही है. उन्होंने कहा कि रायपुर उपचुनाव में युवा कांग्रेस अध्यक्ष को हमने उम्मीदवार बनाया है और यह चुनाव संकेत देने वाला है.
दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में प्रचार के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने कांग्रेस भवन में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए बीजेपी सरकार को निशाना साधा. उन्होंने काटोगे तो बंटोगे वाले बयान पर कहा कि भाजपा का काम समाज में जहर घोलना, नफरत फैलाना और बांटना ही है. कांग्रेस तो पढ़ोगे तो आगे बढ़ोगे कहती है. कांग्रेस ऐसे बयानों को कड़ी निंदा करती है. इस तरफ की राजनीति नहीं होनी चाहिए और न जिम्मेदार पदों में बैठे लोगों की ऐसी भाषा होनी चाहिए.
कांग्रेस को बदनाम करने की आदत
आपराधिक घटनाओं में कांग्रेस के लोगों के शामिल होने के लगाए जा रहे आरोपों के पायलट ने कहा, भाजपा का काम ही कांग्रेस को बदनाम करना है. सरकार भाजपा की है और वो हर मोर्चे पर नाकाम हो रही है, लेकिन बदनाम कांग्रेस को करने में लगी है. भाजपा सरकारों की आदत है कांग्रेस पर दोष मढ़ना, जेल भेजना, प्रताड़ित करना. लेकिन जनता सब देख रही और समझ रही है.
निष्पक्ष चुनाव पर जताई आशंका
रायपुर दक्षिण में निष्पक्ष चुनाव को लेकर पायलट ने आशंका जाहिर की है. उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार मशीनिरी का दुरुपयोग कर सकती है. भाजपा ऐसा करती भी रही है. हालांकि कांग्रेस के कार्यकर्ता हर बूथ में मजबूती के साथ डटे हैं, फिर भी सरकार उनकी है तो वो कुछ भी कर सकते हैं, इससे इंकार नहीं किया जा सकता.
महिला स्वराज शक्ति अभियान का शुभारंभ
इसके अलावा प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने कांग्रेस का महिला स्वराज ‘शक्ति अभियान’ का शुभारंभ किया. इस मौके पर सचिन पायलट ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि आधी आबादी को पूरा हक देने का उद्देश्य कांग्रेस का है. इसी के तहत हम महिलाओं की अधिक से अधिक भागीदारी राजनीति में चाहते हैं. पंचयात से लेकर संसद तक उनका प्रतिनिधित्व ज्यादा हो. शिक्षित और प्रशिक्षित होकर वो उच्च पदों पर पहुंचे.