रायपुर। छत्तीसगढ़ स्टेट फ़ार्मेसी कौंसिल में पंजीयन एवम नवीनीकरण का कार्य अब पूर्णतः ऑनलाइन मोड से किया जाएगा । स्टेट फ़ार्मेसी कौंसिल में 32 हज़ार फार्मासिस्ट पंजीकृत हैं और हर साल लगभग 7 हज़ार फ़ार्मेसी विद्यार्थी नया पंजीयन करवाने पहुँचते हैं । छत्तीसगढ़ स्टेट फ़ार्मेसी कौंसिल का गठन फ़ार्मेसी एक्ट 1948 की धारा 20 के तहत राज्य बनने के बाद 2003 में हुवा उसके पहले फ़ार्मेसी पंजीयन ट्रिब्यूनल हुवा करता था ।
इंडियन फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने प्रदेश भर के फार्मासिस्टों की समस्याओं को देखते हुवे पंजीयन और नवीनीकरण को पूर्णतः ऑनलाइन करने की मुहिम चलाई । पूर्व रजिस्ट्रार डॉ शेखर वर्मा ने इसके लिए पहल करते हुवे एक IT फ़र्म के साथ एग्रीमेंट किया । छः महीने पूर्व ही ऑनलाइन संबंधी सारी प्रक्रिया पूर्ण होने पर भी इसका लाभ फार्मासिस्टों को नहीं मिल रहा था । स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के संज्ञान में आते ही अब जाकर ऑनलाइन पंजीयन शुरू किया जा रहा है । आज माननीय स्वास्थ्य मंत्री के हाथो विधिवत ऑनलाइन मोड शुरू किया जाएगा पूर्व के ऑफलाइन दस्तावेजों को पूर्ण कर इसका लाभ एक हफ़्ते बाद प्रदेश के फार्मासिस्टों को मिलना प्रारंभ हो जायेगा ।
प्रदेश के दूरस्थ छेत्रों से आने वाले फार्मासिस्टों को पंजीयन हेतु भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता था । महिला फार्मासिस्ट के लिये अलग शौचालय , बैठक व्यवस्था , पार्किंग और पीने के पानी तक की समस्या से सामना करना पड़ता था । आईपीए ने लगातार शासन से माँग करते हुवे फ़ार्मेसी कौंसिल को सर्वसुविधा युक्त सरकारी भवन में शिफ्ट करने की माँग किया था वर्ष 2022 में तात्कालिक सुविधा के तहत बड़े निजी भवन में कार्यालय को शिफ्ट किया गया है जहां अभी भी पार्किंग की समस्या है और आगंतुक महिलाओं के लिए अलग शौचालय की व्यवस्था नहीं है ।
इंडियन फार्मासिस्ट एसोसिएशन (IPA) छत्तीसगढ़ स्टेट फ़ार्मेसी कौंसिल ऑफिस को शासकीय भवन अथवा ख़ुद के भवन में शिफ्ट करने की माँग माननीय स्वास्थ्य मंत्री से मीडिया के माध्यम से करता है । इससे हर वर्ष किराए के रूप में दिये जा रहे लाखों रुपयों की बचत होगी ।