बता दें, बीते शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने भी प्रेस कांफ्रेस कर प्रदेश में हो रहे अपराधों के खिलाफ कानून व्यवस्था को लेकर राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने डीपीएस स्कूल में 4 साल की बच्ची के साथ दुराचार के मामले में पुलिस प्रशासन की भूमिका और राज्य सरकार पर भी सवाल खड़े किये थे, जिसके बाद अब पीसीसी चीफ दीपक बैज ने इस मुद्दे को लेकर राज्यपाल डेका और सीएम साय से मुलाकात का वक्त मांगा है.
पूर्व सीएम बघेल ने आरोप लगाया है कि राज्य में लगातार आपराधिक घटनाएं हो रही हैं. चोरी, लूट, हत्या जैसी घटनाएं तो आम हो गई है, सामूहिक दुष्कर्म की घनटाएं भी निरंतर घटित हो रही है. लेकिन सरकार इन घटनाओं को रोक पाने में विफल रही है.
वहीं पूर्व सीएम बघेल के इस बयान का पलटवार करते हुए भाजपा नेता अनुराग सिंह ने कहा था कि इस मामले में भूपेश बघेल को राजनीति नहीं करनी चाहिए. संवेदनशील मामलों में कानून अपना काम सख्ती से करती है. और रहा सवाल कानून व्यवस्था को लेकर तो प्रदेश में कानून का राज है, साय सरकार का सुशासन है. कांग्रेस सरकार में कानून व्यवस्था का हाल कैसा था किसी से छिपा नहीं है. कांग्रेस सरकार में तो किसी भी मामले में सुनवाई ही नहीं होती थी. सबसे खराब व्यवस्था कांग्रेस की सरकार में थी. भूपेश बघेल को अपने कार्यकाल को याद करना चाहिए.