रायपुर : प्रदेश में महीने के पहले दिन यानी 1 जून को बिजली उपभोक्ताओं को महंगाई का झटका लगा है। दरअसल, बिजली नियामक आयोग ने 2024 के लिए नया टैरिफ आदेश जारी किया है, जिसके मुताबिक घरेलू और गैर घरेलू उपभोक्ताओं की बिजली दरों में 20 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की गई है। इसके अलावा कृषि पंपों के लिए भी बिजली दरों में इजाफा कर दिया गया है। कृषि पंपों में 25 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की गई है। पहले कृषि उपभोक्ताओं को 5.05 रुपए की दर से चार्ज लगता था, जो अब 5.30 रुपए हो गया है।
बिजली नियामक आयोग के चेयरमैन हेमंत वर्मा ने इलेक्ट्रिसिटी की नई दरों का ऐलान किया है। बिजली दरों में 8.35 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। चेयरमैन ने कहा कि नुकसान की भरपाई करने के लिए ये कदम उठाया गया है। वहीं कांग्रेस ने भाजपा सरकार के इस फैसले को लेकर विरोध जताया है। कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि प्रदेश में जब से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी है तब से जनता को मिलने वाली सहूलियतों में कटौती की जा रही है। जनकल्याणकारी योजनाओं को बंद किया जा रहा है। वहीं पूर्व PCC चीफ मोहन मरकाम ने कहा कि कांग्रेस सरकार में बिजली बिल हाफ थी। विष्णुदेव साय की सरकार में बिजली ही हाफ हो गई है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ बिजली कंपनी में वर्तमान में 65 लाख से ज्यादा उपभोक्ता है, जो BPL, घरेलू, कॉमर्शियल और कृषि उपभोक्ता में बंटे हुए हैं। नए टैरिफ का असर BPL, घरेलू और कृषि उपभोक्ता पर कम पड़ेगा। हालांकि कॉमर्शियल उपभोक्ताओं पर इसका ज्यादा पड़ेगा। बिजली की नई दरें जुलाई से बिल में जुड़कर आएगा। राज्य विद्युत वितरण कंपनी ने 4420 करोड़ रुपए का घाटा बताया था। इसलिए 20.45 प्रतिशत बढ़ोतरी प्रस्तावित थी। इसमें सरकार ने 1000 करोड़ रुपए का अनुदान दिया, ताकि बिजली विभाग पर बोझ कम पड़े।