कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि, एक अकेली फोटो पूरी घटना और कहानी को बयां कर सकती है। एक अच्छी फोटो व्यक्ति की भावना, स्थिति को स्पष्टता और प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत करती है। फोटो जर्नलिस्ट अक्सर अपनी जान को जोखिम में डालकर खतरनाक और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में काम करते हैं।
ताकि वे सच को उजागर कर सकें और दुनिया को महत्वपूर्ण घटनाओं की तस्वीरें और कहानियां दिखा सकें। वे युद्ध, प्राकृतिक आपदाओं, राजनीतिक अस्थिरता, और अन्य खतरनाक परिस्थितियों में जाते हैं, जहां उनकी सुरक्षा को खतरा हो सकता है। उनके द्वारा खींची गई तस्वीरें न केवल समाचारों को सजीव बनाती हैं, बल्कि समाज में जागरूकता और बदलाव लाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
न्यूज वर्ग में भूपेश केशरवानी, दीपेंद्र सोनी और राज कुमार चतुर्वेदी को क्रमशः पहला, दूसरा और तीसरा तथा मनोज देवांगन और विजय देवांगन को सांत्वना पुरस्कार मिला। वहीं पर्यटन एवं संस्कृति में अरविंद सोनवानी, किशन लोखंडे, भूपेश केसरवानी को क्रमशः पहला, दूसरा, तीसरा तथा गोपाल सोनी और सागर परिकर को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। तथा विकास वर्ग में मनोज देवांगन, भूपेश केसरवानी, राजकुमार चतुर्वेदी को पहला दूसरा और तीसरा तथा संतोष और नरेंद्र बंगाली को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। वहीं रमन हलवाई को ओवरऑल कैटेगरी में पुरुस्कृत किया गया।
कार्यक्रम में रायपुर प्रेस क्लब अध्यक्ष प्रफुल्ल ठाकुर, महासचिव डॉ वैभव शिव पांडे, संयुक्त सचिव तृप्ति सोनी, कोषाध्यक्ष रमन हलवाई समेत गणमान्य पत्रकार और फोटो पत्रकार उपस्थित रहे।