रायपुर। जांजगीर-चांपा जिले के प्रभारी मंत्री और वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने आज वर्चुअल माध्यम से अटल बिहारी वाजपेयी ताप विद्युत परियोजना मड़वा में शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना के तहत कैंटीन का शुभारंभ किया। इसके साथ कलेक्टोरेट कार्यालय के सभाकक्ष में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मंत्री ओपी चौधरी के द्वारा नींव – एक स्वर्णिम भविष्य की, समग्र प्रगति पत्र, आंगनबाड़ी बाल प्रगति पत्र, मेरा विद्यालय स्वच्छ विद्यालय, दस प्रयत्नम अभियान का शुभारंभ करते हुए जांजगीर-चांपा जिले के लोगो अनावरण किया।
शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना के तहत संचालित कैंटीन के माध्यम से निर्माणी, संगठित एवं असंगठित वर्ग के श्रमिकों को मात्र 5 रुपए में चावल, दाल, सब्जी, आचार या चटनी के साथ गरमा गरम ताजा भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। उल्लेखनीय है की शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना वर्ष 2017 से छत्तीसगढ़ में प्रारंभ होकर संचालित है। इस अवसर वर्चुअल माध्यम से मंत्री ओपी चौधरी ने मड़वा पावर प्लांट में कार्यरत श्रमिक सतीश कुमार एवं श्री रमेश कुर्रे से बात की। श्रमिक सतीश कुमार ने कहा कि शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना बहुत ही अच्छी योजना है इस कैंटिंन में हमें कम कीमत पर ताजा भोजन मिलता प्राप्त होता है। इस अवसर पर जिला स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
नींव – एक स्वर्णिम भविष्य कीरू प्राथमिक कक्षा के विद्यार्थियों के लिए आकलन उपकरण तैयार
कार्यक्रम में जिले के प्राथमिक कक्षा के विद्यार्थियों के लिए नींव – एक स्वर्णिम भविष्य की कार्यक्रम की शुरूआत की गई इसके तहत शासकीय शालाओं के प्राथमिक श्रेणी में पढ़ने वाले बच्चों के अंदर हिंदी, अंग्रेजी एवं गणित का बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान वर्धन करने का प्रयास किया जाएगा। इसमें पहली बार अंग्रेजी को भी जोड़ा गया है। इसके तहत तीनों विषयों का आकलन उपकरण तैयार किया गया है। उत्कृष्ट जांजगीर-चांपा अभियान अंतर्गत शिक्षा में गुणात्मक सुधार एवं छ.ग. राज्य के मेरिट में जांजगीर-चांपा जिला का स्थान सुनिश्चित करने के लिए एवं बेहतर परिणाम के लिए कक्षा 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों का समग्र प्रगति पत्रक बनाया जाएगा। जिसमें छात्र-छात्राओं की उपस्थित, परीक्षा परिणाम एवं शिक्षा के स्तर की प्रगति की प्रतिमाह मॉनिटरिंग की जाएगी। वित्त मंत्री ने शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर परिणाम के चलाए जा रहे इस अभियान की सराहना की।
आंगनबाड़ी बाल प्रगति पत्र –
जिले के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों का ‘‘बाल समग्र प्रगति पत्रक‘‘ तैयार किया गया है। यह कार्ड एक शिशु का आंगनबाड़ी में 3 से 6 साल तक की प्रगतियों को रिकॉर्ड करेगा। इसमें हर तिमाही में बच्चों का वजन और लंबाई नापी जाएगी। जिसके तहत बच्चों की आयुगत समृद्धि, कुपोषण की स्थिति नापी जाएगी। इसके अलावा यह आधारभूत शिक्षा एवं अन्य क्रियाकलापों का भी रिकॉर्ड रखेगा। इस रिकॉर्ड के माध्यम से अभिभावकों का हर तिमाही में दस्तखत लिया जाएगा जिसके तहत वह भी अपनी बच्ची की प्रगति के बारे में अपडेटेड रहे।
मेरा स्वच्छ विद्यालय मेरी जिम्मेदारी‘‘ हर शनिवार को होगा विशेष स्वच्छता अभियान
इस कार्यक्रम के तहत स्कूल के बच्चों के अंदर स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। इसके तहत प्रत्येक स्कूल में स्वच्छता नायक तथा स्वच्छता नायिका के रूप में विद्यार्थियों को अभिहित कर स्कूल परिसर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाए रखने का प्रयत्न किया जाएगा। तथा इसके अलावा प्रत्येक शनिवार को स्वच्छता श्रमदान के तहत स्कूल को साफ़ रखा जाएगा। अच्छे प्रदर्शन करने वाले स्कूलों को आगामी 02 अक्टूबर को महात्मा गांधी जयंती पर पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
ग्रामो के सर्वागीण विकास के लिए ‘‘दस प्रयत्नम अभियान‘‘ प्रारंभ
गांव के सर्वांगीण विकास और स्वास्थ्य के लिए जिला प्रशासन द्वारा यूनिसेफ के सहयोग से चलो अपनाएं स्वास्थ्य व्यवहार समृद्ध बनेगा घर-द्वार की थीम पर ‘‘दस प्रयत्नम अभियान‘‘ की शुरूआत की गई है। जिसके अंतर्गत दस प्रमुख लक्ष्य सुपोषित जांजगीर-चांपा, शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव, एनीमिया मुक्त जांजगीर-चांपा, शत-प्रतिशत टीकाकरण, शत-प्रतिशत आयुष्मान कार्ड पंजीकरण, कुष्ठरोग मुक्त जांजगीर-चांपा, शत-प्रतिशत शिक्षित जांजगीर-चांपा, स्वस्थ एवं सुरक्षित किशोरावस्था, स्वच्छ जांजगीर-चांपा, महिला स्वसहायता समूहों का सामाजिक उत्थान में सक्रीय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। कार्यक्रम के तहत जिला प्रशासन ने आम नागरिकों से संकल्प ले कर बदलाव की शुरुआत करने की है।
डिस्ट्रिक्ट लोगो लॉन्च
आज जिला लोगों को भी लॉन्च किया गया। जिसका उद्देश्य इस जिले की परंपरा, संस्कृति एवं मूल्यबोधों को सामने लाकर जिले की एक अलग पहचान बनाना है। कोसा, कांसा कंचन की नगरी जांजगीर चांपा के लोगो में इन तीनों का चित्रात्मक रूप में वर्णन है। इसके अलावा इस लोगो में प्रख्यात विष्णु मंदिर, पावर प्लांट, हसदेव नदी, शिवरीनारायण मंदिर, कोटमी सोनार मगरमच्छ उद्यान तथा धान का भी चित्रात्मक विवरण है।