भूपेश बघेल ने शासन-प्रशासन पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि गृहमंत्री के क्षेत्र में कानून का हाल ऐसा है तो फिर भरोसा जनता किस पर करेगी. एक ही घटना में तीन-तीन हत्या हो जाना और फिर उसमें लीपापोती करने की कोशिश करना यह बताता है कि सिस्टम चल किस तरह है.
कांग्रेस इस मामले में सरकार पर दबाव नहीं बनाती तो मामला दबा दिया जाता. मैं तो लोहारीडीह होके आया हूँ, खौफ का मंजर है. प्रशांत साहू की जिस तरह पुलिस पिटाई में हत्या हुई है वह दर्दनाक है. उनके परिवार वाले मीडिया के सामने नहीं आते कई बातें छिपी रह जाती. अभी तो यह भी जानकारी आई है कि कई और लोग हैं जो पुलिस पिटाई से गम्भीर रूप से घायल हैं.
उन्होंने कहा कि अस्पताल में भर्ती घायलों ने हमने मिलने की कोशिश की लेकिन मिलने नहीं दिया जा रहा है. पता चला है कि अंबडेकर अस्पताल में 7 लोगों को गोपनीय तरीके से भर्ती कराया गया, जिनका इलाज चल रहा है.
पूर्व मुख्यमंत्री को बिरनपुर याद है- विजय शर्मा
वहीं भूपेश बघेल के आरोपों पर गृहमंत्री विजय शर्मा ने पलटवार करते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बिरनपुर याद है. उन्हें नहीं भूलना चाहिए कांग्रेस की सरकार में किस तरह से साम्प्रदायिक हिंसा फैला था ? किस तरह से भुनेश्वर साहू नामक युवा की हत्या कर दी गई थी. तब एक भी मंत्री गाँव पहुँचने की हिम्मत नहीं जुटा पाए थे.
गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि कवर्धा में जब लोगों को पीटा गया था, तब किसको सस्पेंड किया था. उन्हें पुरस्कृत किया गया था, जिन्होंने डंडे मारे थे. हमने मुख्यमंत्री से भी कहा कि किसी को भी वहां जाना चाहिए तो जरूर जाएं. गृह मंत्री ने बताया कि उन्होंने पुलिस वालों से भी कहा है कि वे इस मामले की जांच करें, क्योंकि मामला गंभीर है. इसमें पूरी तरह से मजिस्ट्रीयल जांच होगी. जो निर्दोष हैं उन्हें छोड़ा जाएगा. उन्होंने अपना नम्बर जेलर को दिया और कहा, अगर कोई भी महिला बंदी उनसे बात करना चाहे तो उनसे बात कराएं.