बता दे कि मनु ने पिछले यानी टोक्यो ओलंपिक 2020 में डेब्यू किया था, लेकिन 10 मीटर एयर पिस्टल क्वालिफिकेशन राउंड के दौरान उनकी पिस्टल खराब हो गई थी. इस कारण वो पिछली बार मेडल नहीं जीत सकी थीं. इसके अलावा मिक्स्ड टीम 10 मीटर पिस्टल और 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में भी वह पदक हासिल करने से चूक गई थी.
जानिए ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद मनु ने क्या कहा ?
10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद मनु ने कहा कि पूरी टीम ने वाकई कड़ी मेहनत की है. व्यक्तिगत रूप से मेरे लिए, यह वास्तव में अविश्वसनीय है. मुझे लगता है कि मैंने अच्छा काम किया. मैंने बहुत प्रयास किया, और आखिरी शॉट में भी मैं अपनी पूरी ऊर्जा के साथ लड़ रही थी, और यह कांस्य था, लेकिन मैं वास्तव में आभारी हूं कि मैं भारत के लिए कांस्य जीत सकी, शायद अगली बार इससे बेहतर कर पाऊं.
मुकाबले के अंतिम कुछ क्षणों और अंतिम कुछ शॉट्स के बारे में दिमाग में क्या चल रहा था, उसकी चर्चा करते हुए मनु ने कहा कि ईमानदारी से मैंने बहुत सारी गीता पढ़ा है, इसलिए मेरे दिमाग में यही चल रहा था कि बस वही करो जो तुम्हें करना है. बस वही करो जो तुम्हें करना है, और जो भी नियति है उसे छोड़ दो, तुम उसके परिणाम को नियंत्रित नहीं कर सकते. इसलिए गीता में, कृष्ण अर्जुन से कहते हैं कि तुम जानते हो, तुम अपने कर्म पर ध्यान केंद्रित करो न कि कर्म के परिणाम पर. तो मेरे दिमाग में बस यही चल रहा था. ऐसा था ठीक है, बस अपना काम करो. बस अपना काम करो और सब कुछ जाने दो.
टोक्यो से पेरिस तक के सफर की चर्चा करते हुए मनु ने कहा कि टोक्यो के बाद मैं बहुत निराश थी और मेरे लिए जो घटनाएँ हुईं, वे बहुत अच्छी नहीं थीं. मुझे इससे उबरने में बहुत समय लगा. हालाँकि, मैं और मज़बूत होकर वापस आई. इसलिए जो अभी है, वही मायने रखता है. चलो, जो बीत गया, उसे बीत ही रहने दो.
क्वालिफिकेशन के बाद दिमाग में क्या चल रहा था, और आज के बड़े दिन के लिए कैसे तैयार किया. इस पर जवाब देते हुए मनु ने कहा कि जैसे ही क्वालिफिकेशन राउंड खत्म होने के बाद मैं वास्तव में फ़ाइनल का इंतज़ार कर रही था. मैंने वाकई बहुत मेहनत की है और मुझे नहीं पता कि कल मेरा क्या होगा, कल कितना मुश्किल होगा, क्योंकि मैं सभी लोगों को जानता हूँ, सभी, जैसे, आप जानते हैं, भारत से लोग यहाँ हैं, यहाँ बहुत सारे लोग हैं. और मैं बहुत खुश हूँ कि इतने सारे लोग मेरा उत्साहवर्धन करने आए, भारत का उत्साहवर्धन करने आए, और यह पदक हम सभी के लिए है, सिर्फ़ मेरे लिए नहीं. यह हमेशा एक टीमवर्क होता है, और मैं वास्तव में आभारी हूँ कि मैं भारत के लिए यह पदक जीतने का माध्यम था.
इन इवेंट्स में भी हिस्सा ले रही है मनु
पेरिस 2024 ओलंपिक शूटिंग प्रतियोगिता में 22 वर्षीय मनु भाकर महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल, 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम और महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धाओं में हिस्सा ले रही हैं. वह 21 सदस्यीय भारतीय शूटिंग टीम की अकेली एथलीट हैं जो इतनी सारी व्यक्तिगत स्पर्धाओं में प्रतिस्पर्धा कर रही हैं.