दरअसल यह मामला सुभद्रा सिंह के वार्ड में सौंदर्यीकरण के काम में हुए खर्च के पैसों की लेनदेन को लेकर था. बताया जा रहा है कि 15 अगस्त की तैयारी के चलते वार्ड में मरम्मत के कुछ काम होने थे और इसी वक्त ठेकेदार शहर से बाहर था. इसके बाद सब इंजीनियर ने ठेकेदार से पार्षद के बेटे की बात कराई और इसी बीच मरम्मत का काम किया गया. इसके एवज में ठेकेदार को पार्षद के बेटे को पैसे देने थे, लेकिन अब पैसे दिलवाने का दबाव पार्षद सुभद्रा सिंह का बेटा सब इंजीनियर पर बनाने लगा.
सब इंजीनियर दीपक देवांगन का कहना है कि दोनों के बीच बातचीत पहले ही हो चुकी थी और वह पैसे के लेनदेन के किसी भी मामले में बीच में नहीं है. फिलहाल पुलिस ने सब इंजीनियर की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है. भिलाई नगर सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी का कहना है कि पीड़ित इंजिनियर की शिकायत पर शासकीय कार्य में बाधा और शासकीय सेवक को धमकी देने, दस्तावेज फाड़ने का मामला दर्ज किया गया है. फिलहाल दोनों आरोपी फरार हैं.