फिल्मी सफर अनुपम से
रायपुर : MCB2 आखिरकार दर्शकों के बीच आ ही गई, खास कुछ नहीं दर्शकों ने हॉउसफुल से सतीश जैन का अभिवादन किया ,कहानी स्क्रीनप्ले में महारत हासिल सतीश जैन निर्देशन में अपनी पकड़ वैसे ही दिखाते हैं जैसे धोनी पहली ही बॉल पर सिक्स से दर्शकों का मनोरंजन करते हैं ,चहुँ ओर अपने नाम का डंका बजाते सतीश जैन पुनः दर्शकों के सामने हैं।
गंभीरता से कहानी की शुरुवात कर लोगों के दिलों को छू जाने वाली कथा उन्होंने रची है ,सामाजिक सरोकार कि प्रतिबद्धता उनके सिनेमा में दिखती है ,चाहे वो राजनैतिक हो चाहे वो सामाजिक उनकी कथा गुनने की कला और निर्देशन उनको हमेशा विशिस्ट बनाये रखती है ,सीधे साढ़े दर्शकों को मुंबई से आने बाद उनकी पसंद की फिल्म परोसना कोई छोटी बात नहीं है।
भरपूर मनोरंजन के साथ खूबसूरत संगीत से सजाना सामाजिक सन्देश देते हुए दर्शकों को अपनी कुर्सी से न हिलने देने की कला सतीश जैन को हमेशा ऊपर वाली कुर्सी पर ही बैठाती है ,पहले दिन के कलेक्शन से दूसरे दिन कलेक्शन डेहरा आना इस बात का सूचक है ,सतीश जैन ,सतीश जैन है !छत्तीसगढ़ी सिनेमा का धोनी लम्बी पारी खेलने को पूरी ऊर्जा से तैयार बैठे हैं ,इनका लगातार सिनेमा में बने रहना इंडस्ट्री के लिए शुभ सूचक है ,फिल्म का विस्तृत विवरण बाद में आपको पढ़वाते हैं।