मुख्यमंत्री ने प्रदेश में राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारंभ कर महिलाओं को पोषण माह की शपथ भी दिलाई। श्री साय ने मुख्यमंत्री निवास से सुपोषण रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया एवं राष्ट्रीय पोषण माह के पोस्टर का विमोचन भी किया। कार्यक्रम के आरंभ में मुख्यमंत्री श्री साय ने अपनी धर्मपत्नी कौशल्या साय के साथ भगवान शिव की पूजा अर्चना कर प्रदेश की सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में तीजा मनाने आईं माता, बहनों को तीजा की बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह बहुत खुशहाली का अवसर है। मेरे बुलावे पर प्रदेश के सभी जिलों से बहनें यहां आईं हैं, मैं आप सभी का स्वागत करता हूं। तीजा में सुहागन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर अपने पति की दीर्घायु जीवन की कामना लेकर शिव-पार्वती की पूजा करती हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा आज पोरा तिहार है, जो छत्तीसगढ़ की परम्परा में किसानों और पशु प्रेम को समर्पित है। इसके साथ ही तीन दिन बाद तीजा है, जो सुहागिनों के लिए सबसे बड़ा पर्व माना जाता है। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार माता पार्वती ने भगवान शंकर के लिए तीजा का कठिन व्रत किया था। आज हमने माता, बहनों को महतारी वंदन योजना की सातवीं किश्त जारी कर दी है। हम हर माह के पहले हफ्ते में महतारी वंदन योजना के अंतर्गत एक-एक हजार रूपए का अंतरण उनके खातों में करते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के रास्ते पर चलते हुए राज्य सरकार छत्तीसगढ़ के चंहुमुखी विकास के लिए कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने इस भव्य आयोजन के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े और उनकी पूरी टीम को बधाई दी।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने अपने उद्बोधन में कहा आज हमारे मुख्यमंत्री विष्णु भैया ने त्यौता देकर हमें तीजा, पोरा मनाने अपने घर पर बुलाया है। तीजा, पोरा का त्यौहार छत्तीसगढ़ की परंपरा का त्यौहार है। पोरा के आते ही बहनें राह तकती रहती है कि भाई तीजा लिवाने कब आएंगे, बहनों के होठों पर मुस्कान और चेहरे पर चमक होती है। हमारे धर्म में मान्यता है कि यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवताः इसी मान्यता का अनुसरण करते हुए हमारी सरकार महिलाओं को हर महीने महतारी वंदन योजना की राशि जारी कर रही है।
वनमंत्री केदार कश्यप ने भी अपना सम्बोधन दिया। श्री कश्यप ने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुखिया ने आज हमें तीजा, पोरा के अवसर पर अपने घर आमंत्रित किया है। बड़े हर्ष का विषय है कि छत्तीसगढ़ में आज विष्णु की पालनहारी सरकार है जो सभी के हित में सोचती है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने तीजा, पोरा की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज हम सभी तीजा, पोरा मनाने अपने बड़े भैया के घर आए हैं। हमारे मुख्यमंत्री जी छत्तीसगढ़ के पारंपरिक पर्व तीजा, पोरा को धूमधाम से मना रहे हैं, हम सब उनका धन्यवाद करते हैं। श्रीमती राजवाड़े ने कहा प्रदेश में महतारी वंदन योजना लागू होने से महिलाओं में आत्मविश्वास जगा है।
रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने उपस्थित महिलाओं को तीजा पोरा की बधाई देते हुए कहा कि महिलाएं आज के दिन शंकर-पार्वती की पूजा करते हैं। महतारी वंदन योजना के अंतर्गत आज बहनों को एक-एक हजार रूपए मिल गया है, उनके चेहरे पर ख़ुशी दिख रही है। जिस तरह भगवान शंकर-पार्वती सम्पूर्ण विश्व के मंगल की कामना रखते हैं उसी तरह मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार हर वर्ग के लोगों का ध्यान रख रही है।
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा ने छत्तीसगढ़ के लोक कवि स्वर्गीय लक्ष्मण मस्तुरिया के गीत ’मैं छत्तीसगढ़ के माटी औ’ गाकर सुमधुर प्रस्तुति दी। इस अवसर पर विधायक किरण सिंह देव, अनुज शर्मा, राजेश मूणत, पुरंदर मिश्रा, गुरु खुशवंत साहेब, मोतीलाल साहू, इन्द्र कुमार साहू उपस्थित रहे।
परम्परागत ग्रामीण परिवेश में सजा मुख्यमंत्री निवास
‘विष्णु भैया संग तीजा-पोरा महतारी वंदन तिहार’ के लिए मुख्यमंत्री निवास की विशेष सजावट की गई थी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में परम्परागत ग्रामीण परिवेश की झलक दिखाई दी। छत्तीसगढ़ी लोक कलाकारों ने मुख्यमंत्री निवास में रंगारंग प्रस्तुतियां दी। मुख्यमंत्री निवास में महतारी वंदन तिहार के अवसर पर छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों में फुगड़ी, कुर्सी दौड और रस्सी खींच का आयोजन भी किया गया। तीजा-पोरा तिहार के मौके पर मुख्यमंत्री निवास पारंपरिक बैला गाड़ी, नंदिया-बइला और खिलौनों के साथ सुसज्जित नजर आया।