रायपुर। लंबे इंतजार के बाद विशेष पिछड़ी जनजाति कोरवा बाहुल्य महुआपनी में आखिरकार वह दिन आने वाला है जब वहां की रातें भी जगमग होंगी। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की संवेदनशील पहल पर पीएम जनमन योजना के तहत जशपुर जिले के बगीचा विकासखंड के इस गांव में बिजली पहुंचाने के कार्य को स्वीकृति मिली है। गांव में बिजली पहुंचने की खबर से महुआपनी में उत्सव का माहौल है। गांववाले इस बात से बेहद खुश हैं कि अब चंद दिनों में रात के अंधेरों को चीरने बिजली की रोशनी पहुंचने वाली है। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया है।
जशपुर जिला मुख्यालय से लगभग 85 किलोमीटर दूर सुलेसा ग्राम पंचायत के आश्रित गांव महुआपनी में विशेष पिछड़ी जनजाति कोरवा समुदाय के 100 से अधिक परिवार रहते हैं। पहाड़ी क्षेत्र और जंगलों के बीच होने के कारण गांव में अभी तक बिजली नहीं पहुंच पाई है। ग्रामीणों ने गांव में बिजली लगाने के लिए मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय बगिया में आवेदन दिया था। मुख्यमंत्री के निर्देश पर कैंप कार्यालय ने इस पर त्वरित कार्यवाही की। नतीजतन, पीएम जनमन योजना के माध्यम से अब गांव में जल्दी ही बिजली पहुंचने वाली है।
पीढ़ियों से जंगलों के घने साये में जीवन गुजारने वाले कोरवा जनजाति के रहवास महुआपनी में पहली बार बिजली की चमक दस्तक देगी। इससे वहां शिक्षा, संचार, स्वास्थ्य और रोजगार के नए रास्ते भी खुलेंगे। वहां के लोग दुनिया से बेहतर तरीके से रू-ब-रू हो पाएंगे। बिजली पहुंचने के साथ ही वहां आधुनिक तकनीक और उपकरण भी पहुंचेंगे जो इनका जीवन आसान बनाएंगी। गांव के आलु राम, भदई राम, खुलु पैकरा और रामबिसाल यादव ने बताया कि बिजली पहुंचने की खबर हमारे लिए एक बड़े उत्सव की तरह है। इससे काफी चीजें बदल जाएंगी। दिन की तरह रात में भी गांव में चहल-पहल होने लगेगी। उन्होंने गांव में बिजली पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को धन्यवाद देते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किया है।