सरकारी अस्पतालों में हीमोग्लोबिन दावों को लेकर औषधि विभाग की छापेमारी, जांच के लिए भेजे गए सैंपल

रायपुर : माननीय स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल द्वारा प्रदेश क़े मातृ एवं स्कूली बच्चों मे हीमोग्लोबिन स्तर मे निरंतर सुधार हेतु व्यापक स्तर पर दवाओं की गुणवत्ता परिक्षण किये जाने क़े निर्देश दिए गए |

मंत्री क़े निर्देश क़े परिपालन मे नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा शासकीय अस्पतालों एवं स्कूलों मे आपूर्ति किये जाने वाले विभिन्न प्रकार क़े आयरन – फोलिक एसिड टेबलेट क़े नमूना संकलन करने विभाग क़े अधिकारियो को निर्देश दिए गए |

शुक्रवार और शनिवार को विभाग क़े औषधि निरिक्षकों द्वारा राज्य क़े जिला अस्पतालों, स्कूलों और दवा निगम क़े वेयर हाउस से आयरन -फोलिक एसिड क़े विभिन्न फार्मूलेशन का नमूना संकलन कर गुणवत्ता परिक्षण हेतु कालीबाड़ी रायपुर स्थित राज्य औषधि परिक्षण प्रयोगशाला भेजी गयी है जहाँ दवाओं की गुणवत्ता परिक्षण किया जायेगा और जाँच रिपोर्ट क़े आधार पर आगे की कार्यवाही किया जायेगा |

संस्था जहाँ से नमूना संकलित किये गए 
1. ड्रग वेयर हाउस जशपुर
2. ड्रग वेयर हाउस कोरिया
3. ड्रग वेयर हाउस जगदलपुर
4. ⁠जिला अस्पताल राजनांदगाव
5. ⁠जिला अस्पताल रायपुर
6. जिला अस्पताल अंबिकापुर
7. ⁠कार्यालय विकास खंड शिक्षा अधिकारी दुर्ग
8. ⁠कार्यालय विकास खंड शिक्षा अधिकारी धमतरी
9. ⁠कार्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी तखतपुर (बिलासपुर )
10. ⁠कार्यालय विकास खंड शिक्षा अधिकारी कोटा (बिलासपुर )

दवाएं जिनके नमूना लिए गए 
1. आई एफ ए – विफ़्स जूनियर
2. आई एफ ए – विफ़्स रेड
3. ⁠आई एफ ए – विफ़्स ब्लू

उपरोक्त दवाइयां गर्भवती महिलाओं और बच्चों मे हीमोग्लोबिन की कमी दूर करती है |
हीमोग्लोबिन, गर्भवती महिलाओं मे शिशु विकास मे बहुत सहयक होती है |
साथ ही बच्चों क़े मानसिक एवं शारीरिक
विकास क़े लिए अतिआवश्यक है |

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