अभनपुर। नगर पालिका परिषद गोबरा नवापारा प्रशासन पर नगर के बस स्टैंड में निर्मित दुकानों की गुपचुप तरीके से नीलामी करने का आरोप लगा है। यह मामला तब सामने आया, जब नगर पालिका के एक जागरूक पार्षद ने इस भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा खोला।
बता दें कि कुछ महीने पूर्व, पालिका प्रशासन द्वारा अभनपुर बस स्टैंड के पास 22 दुकानों का कॉम्प्लेक्स निर्मित किया गया है, जो कि नवापारा-राजिम मुख्य मार्ग (पौनी पसारी के पीछे) से लगा हुआ है। इसके चलते इन दुकानों को खरीदने के लिए बड़े-बड़े व्यवसायी इच्छुक हैं। पालिका प्रशासन द्वारा पूर्व में उक्त सभी दुकानों की आम नीलामी के लिए 9 अक्टूबर 2024 की तिथि निर्धारित करते हुए विभिन्न समाचार पत्रों में निविदा का प्रकाशन कराने के साथ-साथ मुनादी भी कराई गई थी, लेकिन अचानक पालिका प्रशासन द्वारा उक्त दुकानों की नीलामी को किसी कारणवश निरस्त कर दिया गया।
गुपचुप तरीके से की जा रही दुकानों की नीलामी
वर्तमान में ऐसी जानकारी मिली है कि पालिका प्रशासन द्वारा बड़े व्यवसायियों की इच्छा को देखते हुए गुपचुप तरीके से उक्त दुकानों में से कुछ प्रमुख दुकानों की नीलामी की जा रही है। नीलामी इसी महीने की 13 दिसंबर को की जानी निश्चित की गई है और इसके लिए नाममात्र की प्रति में छपने वाली किसी अखबार में निविदा का प्रकाशन कराया गया है। इसके अलावा ना तो नगर में इस संबंध में कोई मुनादी कराई गई है और ना ही पालिका कार्यालय में उक्त निविदा को चस्पा किया गया है। इतना ही नहीं, कुछ पार्षदों को भी इस बात की जानकारी नहीं दी गई है। इस संबंध में मुख्य नगर पालिका अधिकारी और पालिका अध्यक्ष से भी पूछताछ किए जाने पर उनके द्वारा समुचित उत्तर नहीं दिया जा रहा है और ना ही निविदा दिखाई जा रही है।
पार्षद ने खोला मोर्चा
अभनपुर के वार्ड क्रमांक 6 के भाजपा पार्षद योगेंद्र कंसारी का कहना है कि उन्हें इस संबंध में नगर के ही एक व्यापारी से पुख्ता जानकारी मिली थी, जो बिल्कुल सही है। पूर्व में पालिका की किसी भी संपत्ति की नीलामी से पूर्व परिषद के सभी सदस्यों को 4 दिन पूर्व लिखित में जानकारी दी जाती रही है। इस बार ऐसा नहीं किया गया है। साथ ही न नगर में मुनादी कराई गई है और न पालिका कार्यालय में चस्पा किया गया है। निर्मित दुकानों पर सभी आम लोगों का बराबर हक है, जो खुली नीलामी से ही उन्हें मिल सकता है। चुनिंदा व्यापारियों को लाभ पहुंचाने के लिए पालिका के जिम्मेदार लोग इस प्रकार का खेल खेल रहे हैं, जो पूरी तरह गलत है। मेरी मांग है कि दुकानों की नीलामी पूर्व की तरह सार्वजनिक सूचना जारी करने के बाद खुली नीलामी के माध्यम से की जाए, अन्यथा वे इस भ्रष्टाचार से जुड़े सभी लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करेंगे।