21 सितंबर को कांग्रेस करेगी प्रदेश बंद: लोहारीडीह हिंसा की जांच हाई कोर्ट के सिटिंग जज से कराने की मांग

बता दें, लोहारीडीह हिंसा मामले के आरोपी की मौत के बाद से प्रदेश में सियासी पारा गरमा गया है. कांग्रेस ने इस मामलें में पुलिस प्रशासन पर नाकामी के आरोप लगाते हुए मामले की जांच सीटिंग जज से कराने की मांग रखी है. इसके अलावा कांग्रेस की मांग है कि कचरू साहू का दोबारा पोस्टमार्टम कराया जाए और रेगाखार थाने की सीसीटीवी फुटेज निकलवाई जाए. इतना ही नहीं कांग्रेस ने सीएम साय से गृहमंत्री विजय शर्मा के जिले में हुई घटना के लिए उन्हें गृहमंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग की भी की है.

मंत्री लखनलाल देवांगन ने किया पलटवार

इस मामले में उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन ने कांग्रेस के बयान का पलटवार करते हुए कहा कि अपराध की बढ़ोतरी उनके समय में हुई थी. आज भाजपा की सरकार आने के बाद उपमुख्यमंत्री और ग्रह मंत्री जी अच्छा काम कर रहे हैं. कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है, कांग्रेस ने 36 वादे में एक भी वादा पूरा नहीं किया है. कांग्रेस विचलित हो गई है, कि कैसे विष्णुदेव साय काम पूरा कर रहे हैं, जो वो लोग नहीं कर पाए.

उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस अपनी सरकार में कुछ नही कर पाई. ना विकास का काम कर पाए, ना कुछ कर पाए. गोठान, गोबर घोटाला किया है, अभी साफ सुथरा बनने की कोशिश कर रहे हैं. मैं तो कहता हूं, भगवान उनको सद्बुद्धि दें.

जानिए क्या है लोहारीडीह हिंसा मामला:

बता दें कि रविवार को कवर्धा जिले के पूर्व सरपंच रघुनाथ साहू के मकान में आग लगा दी थी, जिसमें उप सरपंच की मौत हो गई. जबकि एक आदमी लापता है. इस दौरान लोगों और पुलिसकर्मियों के बीच हाथापाई की नौबत आ गई. जिसके बाद पथराव हुआ. इस पथराव में कवर्धा एसपी अभिषेक पल्लव और दर्जनों पुलिसकर्मियों को चोटें आई थी. घटना के बाद जिलेभर से पुलिस जवान और सैकड़ों बटालियन के जवानों को बुलाया गया था, जिसके बाद ग्रामीण गांव छोड़कर भाग गए, तब जाकर पुलिस गांव में घुसी और स्थिति को कंट्रोल किया. मामले में पुलिस ने 170 लोगों को आरोपी बनाया है, और 69 लोगों को गिरफ्तार किया. वहीं आज लोहारीडीह की घटना में शामिल आरोपी प्रशांत साहू की जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई, जिसके बाद घटना को लेकर सियासत तेज हो गई है.

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