रायपुर। छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। कांग्रेस विधायक उमेश पटेल ने राज्यपाल रमेश बैस को लेकर बयान देते हुए भाजपा पर तीखे आरोप लगाए हैं। उमेश पटेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा में गुटबाजी बहुत अधिक है। उन्होंने विधानसभा में भी गुटबाजी स्पष्ट दिखाई देने की बात कही। उमेश पटेल ने आरोप लगाया कि अगर रमेश बैस एक्टिव पॉलिटिक्स में वापस आते हैं, तो भाजपा में एक और गुट का जुड़ना तय है।
नए राज्यपाल से रुके हुए आरक्षण बिल पर हस्ताक्षर करने के सवाल पर उमेश पटेल ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “आरक्षण विधेयक जो राजभवन में रुका हुआ है, वह विधानसभा में सर्वसम्मति से पास होने के बावजूद रुका हुआ है। मेरा आरोप भाजपा पर है कि उन्होंने केंद्र के कहने पर इसे रोका था। जब तक भाजपा केंद्र में है, मुझे नहीं लगता कि यह आरक्षण बिल पास होगा।”
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के बयान पर किया पलटवार
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव के बयान पर कि पूर्व सरकार के 5 साल में कोई काम नहीं हुआ, उमेश पटेल ने पलटवार करते हुए कहा, “किरण सिंह देव का चश्मा बदलना पड़ेगा। 5 साल में जनता ने हमको विपक्ष में बैठाया, लेकिन काम के मामले में बहुत कुछ हुआ है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी काम जल्दी से जल्दी किए हैं। मुझे लगता है, 5 साल में बहुत काम हुए हैं।”
भाजपा ने सत्ता में आने के लिए हम पर लगाए कई आरोप
दक्षिण में उपचुनाव को लेकर विधायक उमेश पटेल ने कहा कि “हम लोग अपनी पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस पार्टी पूरे जोर-शोर से चुनाव लड़ेगी। पिछले 7 महीनों में लोगों में निराशा देखने को मिल रही है, व्यापारियों में भी निराशा है। भाजपा ने कर्ज का आरोप लगाया था, लेकिन अब वे खुद कई गुना ज्यादा कर्ज ले चुके हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने सत्ता में आने के लिए हम पर कई आरोप लगाए और उस समय युवाओं को भड़काया गया कि भाजपा सरकार आएगी तो नौकरी मिलेगी। अब लोग सच्चाई से अवगत हो रहे हैं और आम लोगों में निराशा फैली हुई है। इसका सीधा फायदा हमें मिलेगा।”