रायपुर। छत्तीसगढ़ धान खरीदी कंप्यूटर ऑपरेटर संघ दो सूत्रीय मांगों को लेकर 35 दिनों से हड़ताल पर हैं. अब तक कोई पहल नहीं होने पर ऑपरेटर आज मंत्री OP चौधरी के बंगला पहुंचे थे, जहां फरियादियों की मांग की सुनवाई नहीं हुई, लेकिन बंगले के पास से पुलिस ने जेल भेजने की धमकी देते हुए ऑपरेटरों को खदेड़ दिया.
धान खरीदी कम्प्यूटर आपरेटर संघ के अध्यक्ष ऋषिकांत मोहरे ने कहा, धरना स्थल में ताला लगा दिया गया है. हम कहां अपनी आवाज़ सरकार तक पहुंचाने के लिए धरना प्रदर्शन करें. आज मंत्री OP चौधरी के बंगला पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने धमकी चमकी देते हुए जेल भेजने की धमकी दी और वहां से खदेड़ दिया. अब हम अपनी मांग कहां करें ? किससे करें?
आपरेटर संघ के अध्यक्ष मोहरे ने कहा, अनिश्चितकालीन हड़ताल को कुचला जा रहा है. 18 सितंबर 2024 से छत्तीसगढ़ समर्थन मूल्य धान खरीदी कंप्यूटर ऑपरेटर संघ अपनी दो सूत्री मांगों को लेकर आंदोलनरत है. आज आंदोलन का 35वां दिन है. चाहे सरकार, पुलिस जो भी कर ले हम अपनी हड़ताल ख़त्म नहीं करेंगे. अपनी मांग लेकर रहेंगे.
17 सालों से बिना विभाग के काम कर रहे कर्मचारी
उन्होंने कहा, कर्मचारी-अधिकारी अलग-अलग कैटेगिरी के हो सकते हैं, लेकिन उनका विभाग तय होता है, लेकिन चौंकाने वाली बात ये है कि धान ख़रीदी करने वाले कंप्यूटर ऑपरेटर पिछले 17 सालों से काम कर रहे हैं पर उनका विभाग तय नहीं है. 6-7 अलग अलग विभाग उनसे काम लेते हैं.
ये है दो सूत्रीय मांगें
2007 से समर्थन मूल्य धान खरीदी के कंप्यूटरीकरण वर्ष से विगत 17 वर्षों से कार्यरत डाटा एंट्री ऑपरेटर का विभाग तय किया जाए व उन्हें नियमित किया जाए. दूसरा शासन के वित्त निर्देश में जारी 27 परसेंट वेतन वृद्धि का लाभ दिया जाए. इन्हीं दो मुद्दों को लेकर डाटा एंट्री ऑपरेटर अनिश्चितकालीन आंदोलन कर रहे.
धान खरीदी के लिए पंजीयन हो रहा बाधित
कप्यूटर ऑपरेटरों की हड़ताल से सोसाइटी में धान खरीदी के लिए पंजीयन पूर्णता बाधित है. सोसाइटी पूर्णतया ऑफलाइन हो गई है, जिससे किसानों को पंजीयन कराने भटकना पड़ रहा है. सभी सोसाइटी के ऑपरेटर हड़ताल में है. ऐसे में एक बड़ा सवाल ये है कि धान ख़रीदी कैसे होगी ?