बैठक में भाजपा के 13 मुख्यमंत्री और 16 उपमुख्यमंत्री एवं महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, बिहार, सिक्किम, नागालैंड और मेघालय के एनडीए सहयोगी दलों के मुख्यमंत्री भी मौजूद रहे. एनडीए के इस प्रमुख सम्मेलन का उद्देश्य राष्ट्रीय विकास, राज्यों के बीच समन्वय और सामूहिक समस्याओं के समाधान के लिए साझा प्रयासों पर चर्चा करना था. सम्मेलन की शुरुआत हरियाणा के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के शपथ ग्रहण के तुरंत बाद हुई. बैठक में प्रधानमंत्री के साथ भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो भी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे.
मुख्यमंत्रियों की इस विशेष बैठक में राष्ट्रीय विकास से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श हुआ. ‘संविधान का अमृत महोत्सव’ और लोकतंत्र की हत्या के प्रयास की 50वीं वर्षगांठ जैसे अहम विषय भी चर्चा के मुख्य केंद्र में रहे. इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राज्य की विकास योजनाओं, कृषि सुधार और औद्योगिक विकास पर अपने विचार साझा किए. उन्होंने छत्तीसगढ़ में चल रहे विभिन्न परियोजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए केंद्र सरकार के सहयोग की सराहना की और अन्य राज्यों के समकक्षों से भी अनुभव साझा किए.