रायपुर। बलरामपुर जिला के ग्राम पंचायत भिलाईखुर्द की निवासी पहाड़ी कोरवा गुलाबी ने महतारी वंदन योजना की सराहना करते हुए कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में एक सार्थक पहल है।वो कहती है कि उनके पति खेती व मजदूरी का कार्य करते हैं, उनके चार बच्चे हैं और परिवार के आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण वो अपने बच्चों का सही ढंग से पालन-पोषण तथा शिक्षा में ध्यान नहीं दे पाती थी। पर महतारी वंदन योजना से हर माह मेरे बैंक खाते में 1000 हजार रुपये आ जाते हैं, जिसका उपयोग मैं परिवार की छोटी-बड़ी जरूरतों को पूरा करने में करती हूं। उन्हें विगत 06 माह से योजना के तहत राशि प्राप्त हो रही है। जिसका उपयोग वे अपने एवं अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने, बच्चों के अध्यापन कार्य में करती हैं। उन्होंने इस योजना को जरूरतमंद महिलाओं के लिए मुश्किल समय का सहारा बताया। श्रीमती गुलाबी ने कहा कि हर माह खाते में राशि आने से महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ रहा है कि महिलाएं भी आगे बढ़ सशक्त हो सकती हैं। समाज के निम्न एवं मध्यम वर्ग की महिलाएं अपने जरूरी तथा छोटे-बड़े आवश्यकताओं के लिए परेशान होती थी। परन्तु प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी महतारी वंदन योजना से अब प्रतिमाह 1000 रुपए खाते में जमा हो रहा है, जिससे महिलाएं अपनी जरूरतों को पूरा कर पा रहीं हैं। जिससे वे निर्भीक होकर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर पा रहे हैं।
गौरतलब है कि प्रदेश में महिलाओ के आर्थिक स्वावलंबन तथा उनके स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर मे सतत सुधार तथा परिवार मे उनकी निर्णायक भूमिका सुदृढ़ करने हेतु, समाज मे महिलाओं के प्रति भेदभाव, असमानता एवं जागरूकता की कमी को दूर करने, स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर मे सुधार करने तथा आर्थिक स्वावलंबन एवं सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से “महतारी वंदन योजना” लागू किए जाने का निर्णय लिया गया। जिसके अंतर्गत राज्य की विवाहित, विधवा परित्यक्ता और तलाकशुदा जिनकी उम्र 21 वर्ष से अधिक हो ऐसी महिलाओ को प्रतिमाह 1000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 10 मार्च 2024 को महतारी वंदन योजना की शुरूआत की गई थी। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बटन दबाकर प्रथम किश्त की राशि जारी की थी। योजना के तहत पहले चरण में करीब 70 लाख से अधिक महिलाओं को लाभार्थी के तौर पर चुना गया है जिनके बैंक खाते में योजना की 6 किश्ते ट्रांसफर कर दी गई हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मार्च से अगस्त तक 06 माह की सहायता राशि 3923 करोड़ 53 लाख रूपए की राशि का भुगतान महिलाओं ने खाते में किया जा चुका है।