रायपुर। छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत आयोजित उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम का जश्न धूमधाम से मनाया गया। 2 सितंबर को आयोजित इस कार्यक्रम में साक्षरता सप्ताह एवं अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के दूसरे दिन विभिन्न जिलों में कई रंगारंग प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें पेंटिंग, मेंहदी, रंगोली, पोस्टर, चित्रकला और दीवार पेंटिंग जैसी कला विधाओं को केंद्रित किया गया।
इन प्रतियोगिताओं का उद्देश्य ‘सबके लिए शिक्षा’ के संदेश को जन-जन तक पहुँचाना और लोगों में शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाना था। स्वयंसेवी शिक्षकों ने असाक्षरों को साक्षर बनाने के लिए बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता (एफएलएन) आधारित गतिविधियों की जानकारी दी, और उन्हें विभिन्न एफएलएन सामग्री के निर्माण के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम ने न केवल शिक्षा के महत्व को रेखांकित किया, बल्कि सामुदायिक सहभागिता के माध्यम से राज्य को साक्षरता के नए आयामों की ओर अग्रसर करने का संदेश भी दिया।
साक्षरता सप्ताह के दूसरे दिन उल्लास का माहौल पूरे राज्य में देखने को मिला। इस अवसर पर जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण, जिला पंचायत, जिला शिक्षा अधिकारी, डाइट, और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक, स्वयंसेवी शिक्षक, और साक्षरता से जुड़े अधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।