क्रेडा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, राजेश सिंह राणा, (आई.ए.एस.) द्वारा दिनांक 05 मई 2024 को जिला मुंगेली के क्षेत्रांतर्गत विभिन्न परियोजनाओं में चल रहे कार्यों एवं पूर्व से स्थापित सौर संयंत्रों का औचक निरीक्षण किया गया, जिसमें लोरमी क्षेत्र के ग्राम कोदवाबानी के हितग्राही बैशाखुराम के सौर सुजला योजना फेस-04 अंतर्गत स्थापित सोलर पम्प एवं गैंजी के हितग्राही माधोप्रसाद के यहां सौर सुजला
योजना फेस-08 अंतर्गत स्थापित सोलर पम्प का निरीक्षण किया गया एवं हितग्राहियों से पम्प के सुचारू संचालन व उपयोगिता के संबंध में जानकारी ली गई साथ ही संयंत्रो के उचित रखरखाव के संबंध में एवं पम्प में किसी भी प्रकार की खराबी आने पर स्थापनाकर्ता इकाईयों के जमा सुरक्षा निधि से राशि कटौती कर तत्काल सुधार कराने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया गया।
वर्तमान में सौर ग्रामीण विद्युतीकरण अंतर्गत ग्रामों में केवल रात्रिकालीन अवधि में निर्धारित समय तक ही विद्युत आपूर्ति का प्रावधान है किन्तु ग्रामीणों को दिन के समय में भी सौर ऊर्जा के माध्यम से बिजली उपलब्ध किये जाने हेतु मुंगेली जिले के 25 ग्रामों में 16 घंटे की विद्युत आपूर्ति का प्रस्ताव क्रेडा द्वारा तैयार किया जाकर स्वीकृति हेतु भारत सरकार के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा गया है। इन सभी ग्रामों में 16 घंटे सौर विद्युत आपूर्ति की संभावना को देखते हुए क्रेडा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी
राजेश सिंह राणा के द्वारा ग्रामों का भ्रमण कर वस्तुस्थिति का जायजा लिया गया।
वनक्षेत्रांतर्गत ग्राम बिंदावल के मेन रोड व उपरपारा, ग्राम कटामी के छैलू ऑपरेटर के घर के पास व दैहानपारा में जल जीवन मिशन योजनातर्गत स्थापित सोलर ड्यूल पम्प संयंत्र एवं ग्राम छपरवा में सौर सुजला योजना फेस-08 अंतर्गत हितग्राही मानसिंह एवं रामसिंह के यहां स्थापित सोलर पम्प का निरीक्षण किया गया। साथ ही ग्राम कटामी में सौर ग्रामीण विद्युतीकरण अंतर्गत स्थापित सौर संयंत्र, क्षमता 7.2 कि.वा. का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान क्रेडा के उपस्थित अधिकारियोंध्कर्मचारियों को विभिन्न परियोजना अंतर्गत चल रहे कार्य जैसे – जल जीवन मिशन, सौर सुजला योजना, सोलर हाई मास्ट संयंत्र, सोलर पावर प्लांट एवं अन्य संयंत्रों के स्थापना के दौरान सतत् स्थल निरीक्षण करते हुए निविदा के मापदण्डानुसार गुणवत्ता सुनिश्चित कराते हुए कार्य ससमय पूर्ण कराने के निर्देश दिए गये है। इसके अतिरिक्त वारंटी अवधि में अकार्यशील कंट्रोलर एवं सौर संयंत्रों को इकाई से समन्वय कर आवश्यक सुधार कार्य कराये जाने के निर्देश दिये गये, साथ ही जिन संयंत्रों की वारंटी समाप्त हो चुकी है, उन संयंत्रों के सुधार हेतु स्पेयर सामग्रियों की मांग किये जाने का निर्देश दिए गये है।
राणा के क्रेडा सी.ई.ओ. के पद पर कार्यभार संभालने के प्रारंभ से ही राज्य में क्रेडा के माध्यम से संचालित सोलर योजनाओं से संबंधित कार्यों के गुणवत्ता सुधार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, साथ ही इस संबंध में गुणवत्ता में कमी पाये जाने पर लगातार कार्यवाहियां भी की जा रही हैं। इसी क्रम में जिला मुंगेली में कार्यों के गुणवत्तायुक्त नही पाये जाने पर जिले के उप-अभियंता शिवेन्द्र सिंह को नोटिस जारी किया गया। इसी प्रकार जिला बिलासपुर में भी कार्यों की गुणवत्ता संतोषप्रद नही पाये जाने पर बिलासपुर जिले के जिला प्रभारी नन्दकिशोर राय को भी नोटिस जारी किया गया।
निरीक्षण के दौरान सी.एस. गोस्वामी, अधीक्षण अभियंता, क्रेडा, जोनल कार्यालय बिलासपुर, जे.एन. बैगा, कार्यपालन अभियंता, क्रेडा प्रधान कार्यालय रायपुर एवं जिला बिलासपुर तथा मुंगेली के अधिकारी उपस्थित रहे।