स्पोर्ट्स डेस्क। ऑस्ट्रेलिया में खेली जा रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बीच भारत के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की फिटनेस को लेकर सामने आए एक बड़े अपडेट ने कप्तान रोहित शर्मा के साथ-साथ भारतीय क्रिकेट फैंस की चिंता बढ़ा दी है। दरअसल, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने शमी को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बचे हुए दो टेस्ट मैचों में चयन के लिए उपयुक्त नहीं माना है, जिससे शमी के ऑस्ट्रेलिया जाने की उम्मीदों पर भी विराम लग गया है।
बता दें कि हाल ही में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने भी ऑस्ट्रेलिया में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि शमी के लिए दरवाजे खुले हुए हैं, जिसके बाद शमी के फैंस को उम्मीद थी कि 26 दिसंबर को बॉक्सिंग डे टेस्ट के पहले शमी ऑस्ट्रेलिया के लिए उड़ान भरेंगे। इस बीच, BCCI ने रविवार को मोहम्मद शमी की फिटनेस को लेकर एक बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि वर्तमान चिकित्सा मूल्यांकन के आधार पर BCCI मेडिकल टीम ने तय किया है कि शमी के घुटने को गेंदबाजी करने तक फिट होने के लिए और समय की जरूरत है। नतीजतन, उन्हें बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बचे हुए दो टेस्ट मैचों में चयन के लिए उपयुक्त नहीं माना गया है। यानी, BCCI ने साफ कर दिया है कि शमी (Shami) BGT में नहीं खेलेंगे, जैसा कि खबरों में दावा किया जा रहा था।
BCCI के मुताबिक, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में उनकी मेडिकल टीम भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की दाहिनी एड़ी की सर्जरी के बाद उनकी रिकवरी और पुनर्वास पर उनके साथ मिलकर काम कर रही है। शमी एड़ी की इस समस्या से पूरी तरह उबर चुके हैं। शमी BCCI के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में मेडिकल स्टाफ के मार्गदर्शन में रिहैबिलिटेशन जारी रखेंगे और खेल के सबसे लंबे प्रारूप की मांगों को पूरा करने के लिए जरूरी गेंदबाजी क्षमता को पूरा करेंगे। विजय हजारे ट्रॉफी में उनकी भागीदारी उनके घुटने में सुधार पर निर्भर करेगी।
रणजी में शमी ने काटा गदर
गौरतलब है कि मोहम्मद शमी को वर्ल्ड कप के दौरान टखने में चोट लग गई थी। इस चोट की वजह से उन्हें ऑपरेशन भी कराना पड़ा था। इसके बाद, वो आईपीएल, एशिया कप और टी20 वर्ल्ड कप भी नहीं खेल पाए थे। हालांकि, चोट लगने के एक साल बाद मैदान से उबरकर मैदान पर वापसी करने वाले मोहम्मद शमी ने हाल ही में रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट में बंगाल की ओर से खेलते हुए धांसू गेंदबाजी की थी। शमी ने नवंबर में मध्य प्रदेश के खिलाफ बंगाल के लिए रणजी ट्रॉफी मैच में 43 ओवर फेंके थे। इसके बाद, उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के सभी 9 मैच खेले, जहां उन्होंने टेस्ट मैचों के लिए तैयार होने के लिए अपनी गेंदबाजी का दायरा बढ़ाने के लिए अतिरिक्त गेंदबाजी सत्र में भी भाग लिया था, हालांकि बॉलिंग वर्कलोड के कारण जोड़ों पर भार बढ़ने के कारण उनके बाएं घुटने में हल्की सूजन आ गई है।