खैरागढ़। राजनांदगांव के स्टेडियम में आयोजित 68वीं राष्ट्रीय शालेय खेल प्रतियोगिता के दौरान अंडर-14 बालिका वर्ग का मुकाबला विवादों में घिर गया. हरियाणा और केरल की टीमों के बीच मुकाबला खेल भावना से परे जाकर विवाद में बदल गया. विवाद इतना बढ़ा कि दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच हाथापाई हो गई, जिसमें केरल की कई बालिकाएं चोटिल हो गईं. घटना के बाद केरल टीम के कोच घायल खिलाड़ियों को तत्काल जिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले आए. लेकिन इस दौरान उन्होंने स्टेडियम में स्थित कंट्रोल रूम या खेल अधिकारियों को सूचित नहीं किया. इसके बजाय उन्होंने राजनांदगांव के केरला समाज के पदाधिकारियों को बुलाकर उन्हें मामले की जानकारी दी।
मीडिया में घटना की जानकारी सामने आने के बाद जब स्टेडियम स्थित कंट्रोल रूम और खेल अधिकारियों से इस बारे में प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने पहले किसी भी प्रकार की घटना से अनभिज्ञता जाहिर की. हालांकि, बाद में जब खेल अधिकारियों ने केरल टीम की कोच से संपर्क किया, तब जाकर उन्हें इस घटना की जानकारी मिली. राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता के आयोजक और खेल अधिकारी रण विजय प्रताप सिंह ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हरियाणा और केरल की टीमों के बीच तकनीकी विवाद के चलते यह घटना हुई. केरल टीम की कोच ने घटना की जानकारी कंट्रोल रूम को नहीं दी थी. मीडिया से सूचना मिलने के बाद हमने कोच से संपर्क किया और स्थिति स्पष्ट हुई.” वहीं केरल टीम की कोच का कहना है कि वे इस घटना को लेकर अपने वरिष्ठ अधिकारियों से विचार-विमर्श के बाद ही आगे की कार्रवाई करेंगी.
खेल प्रतियोगिता की सुरक्षा और संवाद व्यवस्था पर सवाल
इस घटना ने प्रतियोगिता के दौरान सुरक्षा प्रबंधन और संवाद व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. आयोजकों ने अब सभी टीमों को निर्देश दिया है कि किसी भी अप्रिय घटना की तुरंत जानकारी कंट्रोल रूम को दी जाए, ताकि ऐसी घटनाओं को भविष्य में रोका जा सके.