बिलासपुर। जिले में एक बार फिर धर्मांतरण का मुद्दा गरमाने लगा है. अब यह आग आदिवासी समुदाय के प्रार्थना घर को लेकर फैली है. जिसे लेकर सियासत भी गरमा गई है. पक्ष-विपक्ष धर्मांतरण के मुद्दे को लेकर आमने-सामने आ गए हैं. इतना ही नहीं, इस मुद्दे को लेकर सामाजिक लोग भी लामबंद होने लगे हैं. हिंदू संगठन और आदिवासी समाज खुलकर मुखर हो गए हैं.
जानबूझकर धर्मांतरण के आड़ में की जा रही राजनीति- अटल श्रीवास्तव
कोटा के कांग्रेस विधायक और आदिवासी समाज के लोग इसे लेकर अब एकजुट हो गए हैं. कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव ने सीधे तौर पर धर्मांतरण के नाम पर भाजपा पर राजनीति करने का आरोप लगाया है. कांग्रेस विधायक का कहना है कि भाजपा और भगवा धारी गुंडे कोटा क्षेत्र में अशांति फैलाना चाहते हैं. इसलिए जानबूझकर धर्मांतरण के आड़ में इसपर राजनीति कर रहे हैं. प्रार्थना घर आदिवासी समुदाय ने मिलकर बनाया है. धर्म को मानने न मानने की सबकी अपनी स्वतंत्रता है. इसके बावजूद भाजपा और धर्म के नाम पर राजनीति करने वाले संगठन इसे धर्मांतरण से जोड़ रहे हैं. कांग्रेस विधायक ने चेतावनी देते हुए कहा कि यही स्थिति रही तो बलौदाबाजार और लोहारीडीह जैसी घटना यहां भी होगी. इधर कोटा विधायक के साथ आदिवासी समाज ने मामले में पुलिस से अशांति फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग के साथ उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
संत समाज ने कोटा विधायक पर लगाया आरोप
अब इस मामले में संत समाज की भी एंट्री हो चुकी है. संत समाज ने कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव पर गंभीर आरोप लगाए हैं. आरोप है कि विधायक अटल श्रीवास्तव ने हिंदू समुदाय को “भगवा गुंडे” कहकर संबोधित किया है, जिससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है. संत समाज और हिंदू संगठनों का कहना है कि विधायक धर्मांतरण को बढ़ावा दे रहे हैं और धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश कर रहे हैं.
इस संबंध में अखिल भारतीय संत समिति और सर्व हिंदू समाज ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत सौंपी है और विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. साथ ही चेतावनी दी गई है कि अगर मांग पूरी नहीं हुई, तो संत समाज उग्र आंदोलन करेगा.