जशपुर गोलीकांड खुलासा: जेल में ही रची गई थी ग्राहक सेवा केंद्र में लूट की कहानी, 2 आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, 2 अब भी फरार

घटना का विवरण

बता दें कि 5 नवंबर को संचू कुमार गुप्ता अपने कियोस्क बैंक में पैसे का लेन-देन कर रहा था, तभी दो आरोपी रवि उरांव और रातू राम बिना नंबर वाली बजाज मोटरसाइकिल से आए. चॉकलेट और पानी खरीदने के बहाने दोनों बैंक के अंदर घुस गए. रवि उरांव ने कट्टा निकाला और संचू से पैसे डालने को कहा. विरोध करने पर उसने कट्टे के बट से संचू के सिर पर वार किया, जिससे वह घायल हो गया. इसी दौरान संचू की दादी उर्मिला बाई बीच-बचाव करने आईं और रवि ने उन पर भी फायर कर दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. इसके बाद दोनों आरोपी मोटरसाइकिल छोड़कर जंगल की ओर भाग गए.

घटना के बाद पुलिस कार्रवाई में जुटी. इस दौरान घटनास्थल के आसपास नाकेबंदी की और 11 पेट्रोल पंपों के सीसीटीवी फुटेज की जांच की. वहीं एक पूर्व अपराधी रवि उरांव के बारे में सूचना मिलने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के लिए कार्रवाई की. पुलिस ने घटना में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल के मालिक से पूछताछ की और इस मामले को सुलझाने का अहम सुराग मिला. मामले में अब तक दो आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है, जबकि कुख्यात आरोपी रवि उरांव समेत एक अन्य आरोपी फरार है, दोनों की तलाश जारी है. इस मामले में थाना कांसाबेल में हत्या, लूट और आर्म्स एक्ट सहित कई धाराओं में अपराध दर्ज किया गया है.

आरोपियों ने जेल में रची लूट की कहानी

लूट और हत्या के मामले में पुलिस जब मुखबीर सूचना पर आरोपी रातु राम के घर पहुंचकर घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार किया. इस दौरान शुरूआती पूछताछ में तो वह पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करता रहा, परंतु मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ करने पर समस्त घटना क्रम स्वीकार करते हुए अपना अपराध स्वीकार किया और बताया कि लूट की तैयारी जशपुर जिला जेल में रहते हुए रवि उरांव और रातु राम ने पहले ही शुरू कर दी थी और दीपावली त्योहार के पहले बटाईकेला जाकर रेकी भी कर ली थी. इस दौरान 5 नवंबर को रवि उरांव और रातु राम ने सुनियोजित तरीके से संचू कुमार गुप्ता के क्योस्क सेंटर (ग्राहक सेवा केंद्र) पर धावा बोल दिया.

आईजी ने की इनाम की घोषणा

आईजी अंकित गर्ग ने इस कार्रवाई में शामिल पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए नगद इनाम की घोषणा की है. पुलिस द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई की सराहना भी की है. इस कार्रवाई में एसडीओपी बगीचा निमिषा पाण्डेय, एसडीओपी कुनकुरी विनोद मंडावी, उप पुलिस अधीक्षक विजय राजपूत, निरीक्षक विनित पाण्डेय, निरीक्षक गौरव पांडेय, उप निरीक्षक अषोक यादव सहित अन्य अधिकारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है.

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