निरीक्षण के दौरान, न्यायाधीश कुरैशी ने जेल के कैदियों को दिए जा रहे भोजन को स्वयं चखकर उसकी गुणवत्ता और स्वाद का आकलन किया. उन्होंने जेलर को भोजन की गुणवत्ता और स्वाद को और बेहतर बनाने की सलाह दी.
स्वास्थ्य सुविधा और उपचार:
निरीक्षण के दौरान, प्रधान जिला और सत्र न्यायाधीश ने जेल परिसर में स्थित अस्पताल का दौरा किया और बंदी मरीजों से बात की. उन्होंने डॉक्टरों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रोत्साहित किया और आवश्यकता पड़ने पर रायपुर के सरकारी मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल में इलाज करवाने की सलाह दी.
नेशनल लोक अदालत में राजीनामा:
इसके अलावा, 21 सितंबर 2024 को आयोजित नेशनल लोक अदालत में जिन मामलों में राजीनामा योग्य हैं, उन मामलों के लिए कैदियों को राजीनामा करने के लिए प्रोत्साहित किया गया.
सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के निर्देश:
प्रधान जिला और सत्र न्यायाधीश ने सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय के सभी निर्देशों का सख्ती से पालन करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि जेल के कैदियों को परिवार के सदस्य की तरह देखना और उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास करना हमारी जिम्मेदारी है.