रायपुर। शिक्षा समाज के विकास और प्रगति का आधार है, और इसमें शिक्षकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। शिक्षक न केवल ज्ञान प्रदान करते हैं, बल्कि छात्रों के व्यक्तित्व का निर्माण करते हैं और उन्हें समाज का जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रेरित करते हैं। शिक्षकों के मार्गदर्शन से ही विद्यार्थी अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं और समाज में सकारात्मक योगदान दे सकते हैं। यह बात रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने शिक्षक दिवस के अवसर पर रविवार को उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खो खो पारा, पुरानी बस्ती में आयोजित शिक्षक एवं भूतपूर्व छात्र सम्मान समारोह में कही।
उन्होंने कहा कि, हमारे धर्म और संस्कृति में शिक्षा को बहुत उच्च स्थान दिया गया है, और इसे मंदिर की तरह पवित्र माना जाता है। शिक्षा को ज्ञान का स्रोत माना गया है, जो व्यक्ति के जीवन को सही दिशा देने के साथ-साथ उसके चरित्र निर्माण और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होती है। इसलिए, शिक्षक और शिक्षा को हमारे धर्म में विशेष सम्मान और आदर दिया गया है, और शिक्षण स्थल को ज्ञान का मंदिर कहा जाता है। जिसके बेहतर बनाने के लिए हम सभी को अपना बहुमूल्य योगदान देना चाहिए। शिक्षकों को विद्यार्थियों की शिक्षा के साथ ही उनके चरित्र निर्माण पर भी जोर देना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा की 100 साल से भी पुराने इस स्कूल अनेकों परिवारों की कई पीढ़ियों ने शिक्षा ग्रहण किया और एक ऊंची मंजिल हासिल की है। जो यहां के विद्यार्थियों के लिए भी गर्व की बात है। मुख्य अतिथि बृजमोहन अग्रवाल ने शिक्षकों और भूतपूर्व छात्रों को सम्मानित करते हुए उन्हें भी स्कूल के उन्नयनिकरण में सहयोग देने की अपील की।
बृजमोहन अग्रवाल ने स्कूल में शेड निर्माण के लिए 10 लाख रुपए देने की घोषणा की साथ ही 30 लाख रुपए से बनने वाले स्मार्टक्लास, लाइब्रेरी और कंप्यूटर लैब के निर्माण को जल्द शुरू करने के निर्देश दिए। कार्यक्रम में आनंद मोहन ठाकुर, आशुतोष नारायण, ज्ञानेश झा, पवन कुमार श्रीवास्तव, डॉ सुखनंदन सोनकर, लक्ष्मी गुलवानी, चूड़ामणि निर्मलकर, अनुरंग ठाकुर, मनोज ठाकुर, अम्बर अग्रवाल, शिक्षक, और गणमान्यजन उपस्थित रहे।