रायपुर। भारत सरकार द्वारा कमार जनजाति को विशेष पिछड़ी जनजाति का दर्जा दिया गया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार में विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों के आर्थिक, समाजिक, शैक्षणिक उत्थान के लिए विशेष कार्य किए जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा कमार परिवारों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए भी विशेष प्रयास किये जा रहे हैं।
इसके तहत धमतरी जिले के विशेष पिछड़ी जनजाति कमार बसाहटों में लगातार विशेष शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इस अभियान के तहत कमार बसाहटों में विभिन्न विभागों द्वारा शिविर आयोजित कर शासन की योजनाओं आधार कार्ड पंजीयन, प्रधानमंत्री आवास, पेंशन, राशन कार्ड, उज्जवला गैस कनेक्शन, किसान क्रेडिट कार्ड, किसान सम्मान निधि, फसल ऋण, सुकन्या समृद्धि, मातृ वंदन, कुपोषण मुक्ति, आयुष्मान कार्ड, सिकल सेल, जनधन खाता, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, जन्म प्रमाण-पत्र, ऋण पुस्तिका, जाति प्रमाण पत्र, विश्वकर्मा योजना, श्रम कार्ड, ड्रॉप आउट बच्चों को स्कूल प्रवेश और नल जल योजना से लाभान्वित किया जा रहा। इसी कड़ी में मगरलोड विकासखण्ड के खड़मा, मड़वापथरा और नगरी विकासखण्ड के बगरूमनाला स्थित कवाचीपारा तथा आमापारा में विशेष शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर के माध्यम से 07 हितग्राही को आयुष्मान कार्ड, जनधन खाता 11, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना 12, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना 01, किसान सम्मान निधि 18, सुकन्या समृद्धि 01, सिकलसेल, एनीमिया एवं कुपोषण के 01, प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना के 01, विश्वकर्मा योजना से 08 और श्रम कार्ड प्रदाय 26 कमार हितग्राहियों क़ो लाभान्वित किया गया।