उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने मुद्रा लोन की व्यवस्था की है, जिसमे 10 से बढ़ाकर 20 लाख रुपए का लोन देने की व्यवस्था की गई है. छोटी से छोटी दुकान जो खोलता है, छोटे से छोटे जो उद्योग खोलता है, उसको भी रोजगार दिया जाता है. अलग-अलग सेक्टर में रोजगार उपलब्ध होता है, तभी लोगों को रोजगार दिया जाता है. उद्योगों को बहनों और महिलाओं के माध्यम से बढ़ाने का अच्छा प्रयास हुआ है. बहनों ने उद्योगों को अपने हाथों में लेकर आगे बढ़ाया है.
मंत्री देवांगन ने कहा कि सीएम साय के नेतृत्व में 1 नवंबर को 5 साल में उद्योग नीति तय होने जा रहा है. 1 नवंबर को उद्योग नीति तय होगा. उद्योग नीति में बदलाव होगा. छोटे बड़े उद्योग हैं, हम सब्सिडी देते हैं. उद्योगों को कैसे बढ़ाया जा सकता है, महिला उद्यमी समूह के लिए छोटे-छोटे उद्योगों और भारत सरकार के साथ MOU करने जा रही है, ताकि विदेशों तक माल जा सके और इसका लाभ मिले.
उन्होंने कहा कि यदि हमें बाजार नहीं मिलता, तो हमें उसका लाभ नहीं मिलता. MOU होने के बाद विदेश तक हम सप्लाय करेंगे. इस तरह से कार्यक्रम बनेगा तो हम उत्पादों को विदेशों तक बेंच पाएंगे.
उन्होंने कहा कि भारत सरकार के साथ जिस दिन MOU होगा, छत्तीसगढ़ में हमारा काम प्रारंभ हो जाएगा. हमारे निर्माता हैं, जो पापड़, साबुन बनाते हैं, उसमें भी हम प्रयास कर रहें हैं, कैसे हम व्यवस्था कर सकते हैं, सभी उद्यमी महिला को उद्योग के माध्यम से लाभ मिल सके, कैसे लाभ मिल सकता है, अन्य प्रदेशों से हम बातचीत कर रहे हैं.
एक उद्योग से कई सारे काम मिलते हैं, छोटे से बड़ा काम होता है. लोगों को रोजगार मिलेगा, और बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा. उन्होंने कहा कि इसमें सभी का आश्रीवाद मिले, जल्द ही महिला उदमी के लिए यह कार्यक्रम करने वाले हैं. उन्होंने बताया कि आज ही बोर्ड की बैठक में यह निर्णय हुआ है, जल्द ही तिथि घोषित कर हम उद्यमी महिलाओ का सम्मान करेंगे.
वहीं कल 2 अगस्त को स्टील उद्योगपति के साथ सीएम की बैठक को लेकर उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन ने कहा कि उद्योगपतियों के साथ में मुख्यमंत्री कि एक चरण की बैठक हो चुकी है. सीएम साय ने कहा था कि दो दिन का मुझे समय दीजिए, कल 2 तारीख को सभी उद्योगपति के साथ हम बैठेंगे. जो भी उनकी समस्या है, सरकार उनका निराकरण करेगी.