बबिता ने अपने हालात का बयां करते हुए कहा, “मैं किसी पुरुष भाजपाई नेता के बगल में बैठ नहीं सकती। कोई पुरुष मुझे बैठाना भी नहीं चाहता, क्योंकि उसे भी डर है कि कहीं उसका नाम जोड़ कर उसे बदनाम न कर दिया जाए। जिला भाजपा में मैं सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हूं। यदि मुझे आत्महत्या करनी पड़ी तो इसके लिए सिर्फ मीरा तिवारी जिम्मेदार होंगी।”
इस वीडियो के वायरल होने के बाद जिला भाजपा में हड़कंप मच गया है। अब सभी की नजरें भाजपा नेतृत्व पर हैं कि वे इस मामले में क्या कदम उठाते हैं। अब देखना यह होगा कि भाजपा नेतृत्व इस गंभीर आरोप पर क्या कार्रवाई करता है और बबिता गिरी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।