रायपुर। राजधानी के विवादित प्रोजेक्ट स्काई वॉक का काम करीब सात साल बाद फिर शुरू होगा। इसके लिए मुख्यमंत्री ने सहमति दे दी है। देर रात सीएम हाउस में हुई हाई लेवल की मीटिंग में यह तय किया गया कि स्काई वॉक के अधूरे काम को पूरा कर इसे लोगों के लिए खोला जाएगा। बैठक में शामिल पीडब्ल्यूडी और पुलिस विभाग के अफसरों ने कहा कि लोग आसानी से तहसील, जिला कोर्ट, डीकेएस और अंबेडकर अस्पताल पहुंच सकेंगे।
इससे जीई रोड, अंबेडकर अस्पताल और शास्त्री चौक पर पैदल यात्रियों का प्रेशर पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। सात साल पहले हुए सर्वे में यह कहा गया था कि शास्त्री चौक के चारों ओर हर दिन 40 हजार से ज्यादा लोग पैदल सफर करते हैं। इसमें करीब आधे लोग सरकारी दफ्तरों में ही जाते हैं। इस वजह से स्काई वॉक बनना चाहिए।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पिछले हफ्ते पीडब्ल्यूडी अफसरों से स्काई वॉक की फाइल मंगवाई थी। इसमें उन्होंने पूछा था कि वर्तमान में स्काईवॉक का निर्माण नए और पुराने ठेकेदार से कराने पर कितना खर्च होगा। सेतु निगम के अफसरों ने प्रोजेक्ट से संबंधित सभी जानकारी सीएम हाउस पहुंचा दी थी। इसके बाद से ही इस निर्माण को लेकर हलचल तेज हो गई थी। मुख्यमंत्री की सहमति के बाद माना जा रहा है कि पुरानी ठेका एजेंसी से ही इस काम को पूरा कराया जाएगा। अधूरे काम को पूरा करने में करीब करीब डेढ़ साल का समय लगेगा। अफसर कह रहे हैं कि सहमति बनने के बाद जल्द ही नया प्रोजेक्ट तैयार टेंडर भी जारी कर दिया जाएगा।